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निकाय चुनाव….पंचायत चुनाव के बाद अब निकाय चुनावों की बढ़ी सरगर्मी, नगरपालिकाओं के वार्डों के आरक्षण की लाटरी निकलेगी

आरक्षण की लाटरी से बदलेंगे कई नेताओं के समीकरण

बस्सीOct 12, 2020 / 09:01 pm

Satya

निकाय चुनाव….पंचायत चुनाव के बाद अब निकाय चुनावों की बढ़ी सरगर्मी, नगरपालिकाओं के वार्डों के आरक्षण की लाटरी निकलेगी

-शाहपुरा, कोटपूतली व विराटनगर नगरपालिकाओं के वार्डों के आरक्षण की लॉटरी निकलेगी
-शाहपुरा में ओबीसी और कोटपूतली व विराटनगर में सामान्य महिला होगी चेयरमैन

शाहपुरा। गांवों की सरकार के चुनाव के बाद अब नगर निकाय चुनावों का घमासान शुरू होने वाला है। नगरपालिकाओं में होने वाले चुनाव को लेकर वार्डों के आरक्षण की लॉटरी निकाले जाने की घोषणा होते ही शाहपुरा, कोटपूतली, विराटनगर सहित सभी नगरपालिका क्षेत्रों में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चेयरमैन और पार्षदों का चुनाव लडऩे वाले कई दावेदार सक्रिय हो गए हैं।
हालांकि चेयरमैन पदों के आरक्षण की लॉटरी तो पिछले वर्ष 20 अक्टूबर, 2019 में निकाली जा चुकी है। इसके बाद कोरोना संक्रमण की दस्तक से नगरपालिकाओं के अगस्त माह में होने वाले चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। जिससे वार्डों के आरक्षण की लॉटरी भी नहीं निकाली जा सकी। अब स्वायत्त शासन विभाग के आदेशानुसार नगरपालिकाओं के चुनाव को लेकर वार्डों के आरक्षण की लॉटरी मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट में निकाली जाएगी। इसके लिए शाहपुरा सहित सभी नगरपालिकाओं में तैयारियां पूरी हो चुकी है।
शाहपुरा नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी ऋषिदेव ओला ने बताया कि शाहपुरा नगरपालिका क्षेत्र के ३५ वार्डों के लिए आरक्षण की लॉटरी मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट में निकाली जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। इधर, मौजूदा पार्षदों को चुनाव से अधिक आरक्षण लॉटरी की चिंता सता रही है। इसका एक कारण यह भी है कि इस बार परिसीमन में कई वार्डों के पुराने समीकरण गड़बड़ा गए हैं। जिससे आरक्षण लॉटरी के बाद ही उनका भविष्य तय हो सकेगा। यदि आरक्षण में स्थिति बदल गई तो उनको अन्य वार्ड से चुनाव लडऩे में काफी मशक् कत करनी पड़ेगी।
शाहपुरा में ओबीसी और कोटपूतली व विराटनगर में सामान्य महिला होगी चेयरमैन
नगरपालिकाओं के चुनाव को लेकर पिछले साल अक्टूबर माह में चेयरमैन पदों के लिए आरक्षण की लॉटरी निकाली जा चुकी है। जिसमें शाहपुरा नगरपालिका में चेयरमैन का पद ओबीसी वर्ग के लिए आरिक्षत किया गया था। जबकि कोटपूतली में सामान्य महिला के लिए और विराटनगर नगरपालिका में भी चेयरमैन का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया था। इसके बाद अगस्त माह में चुनाव होने वाले थे, लेकिन कोरोना संक्रमण की दस्तक से चुनाव स्थगित हो गए। जिससे वार्डों के आरक्षण लॉटरी भी नहीं निकाली जा सकी। वार्डों के आरक्षण की लॉटरी अब जयपुर स्थित कलक्ट्रेट में निकाली जाएगी।
शाहपुरा के 35 वार्डों की निकलेगी लॉटरी, बदल सकते हैं समीकरण
शाहपुरा नगरपालिका क्षेत्र में इस बार हुए परिसीमन के बाद 10 वार्ड बढ़ गए हैं। ऐसे में इस बार नगरपालिका क्षेत्र में 25 की जगह 35 पार्षद होंगे। ऐसे में 35 वार्डों के आरक्षण की लॉटरी निकाली जाएगी। वार्डों का परिसीमन होने से अधिकांश वार्डों के पुराने राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। इससे कई पुराने जनप्रतिनिधियों की सीट प्रभावित हो गई। अब आरक्षण के बाद और बदलाव हो सकता है। ऐसे में कई पुराने जनप्रतिनिधियों को इस बार के चुनाव में मशक्कत करनी पड़ेगी। कई पार्षद के दावेदारों ने तो कोरोना काल से पहले ही भाग दौड़ श्ुारू कर दी।
हालांकि कोरोना काल में चुनावी सरगर्मियां थम सी गई थी, जो अब लॉटरी की घोषणा के बाद वापस शुरू हो गई है। इस बार वार्ड बढने से भी लोगों में भी खुशी है। अब कई नए चेहरों को भी चुनाव लडऩे का मौका मिलेगा।
शाहपुरा में यह रहेगा 35 वार्डों का गणित
शाहपुरा पालिका में इस बार 10 वार्ड बढऩे से 35 वार्डों के चुनाव होंगे। जिसमें एससी वर्ग के लिए 4वार्ड आरक्षित है। जिसमें 3 पुरुष और 1 महिला के लिए आरक्षित होगा। वहीं, एसटी वर्ग के लिए 1 वार्ड, ओबीसी वर्ग के लिए 7 वार्ड आरक्षित है। जिसमें 5 वार्ड पुरुषों और 2 महिला के लिए आरक्षित है। जबकि सामान्य वर्ग के लिए सबसे अधिक 23 वार्ड आरक्षित किए गए है। जिसमें 15 वार्ड पुरुषों के लिए और 8 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित है। उक्त 35 वार्डों में आरक्षण निर्धारण के लिए लॉटरी निकाली जाएगी।
मौजूदा पार्षदों को चुनाव से अधिक आरक्षण की चिंता
कोटपूतली। वार्डो के सीमांकन व पुनर्गठन के बाद कस्बे में 30 वार्डो से बढकर अब 40 वार्ड हो गए है। इससे अब पालिका बोर्ड में पहले से अधिक नेता पहुंचेंगे। इससे जनता की आवाज को अधिक मजबूती मिल सकती है। लेकिन इसके साथ साथ यह भी तय है कि मौजूदा पार्षदों में से बड़ी संख्या में चुनाव लडऩे से पहले ही मैदान से बाहर हो जाएंगे। इसका सबसे बड़ा कारण वार्डों का आरक्षण व वार्डो की सीमाओं का पुनर्गठन रहेगा।
वार्डो के आरक्षण में काफी उलटफेर हो सकता है। ऐसा होने पर मौजूदा वार्ड पार्षदों के सामने दोबारा चुनाव जीतने का संकट खड़ा हो सकता है। इसलिए पुराने पार्षदों को चुनाव से कहीं अधिक वार्ड आरक्षण लाटरी की चिंता रही है।
मौजूदा अधिकतर पार्षदों को डर है कि कहीं आरक्षण की लाटरी में उनके वार्ड की स्थिति नहीं बदल जाए। ऐसा हुआ तो चुनाव नहीं लड़ सकेंगे और किसी दूसरे वार्ड से चुनाव जीतना आसान नहीं होता। इसी के चलते मौजूदा बोर्ड में गिने चुने पार्षदों को फिर से पार्षद बनने का अवसर प्राप्त होने की संभावना रहेगी।

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तीनों नगरपालिका क्षेत्रों की फैक्ट फाईल
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शाहपुरा नगरपालिका
चेयरमैन का पद—-ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित
पहले वार्ड थे—25
इस बार परिसीमन में वार्ड बढ़े—10
शाहपुरा में वर्तमान में कुल वार्ड–35
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कोटपूतली नगरपालिका
चेयरमैन का पद— सामान्य महिला के लिए आरक्षित
पहले वार्ड थे—-30
इस बार परिसीमन में बढे—10
कोटपूतली में वर्तमान में कुल वार्ड—40
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विराटनगर नगरपालिका
चेयरमैन का पद—-सामान्य महिला के लिए आरक्षित
पहले वार्ड थे—20
इस बार परिसीमन में वार्ड बढे—-5
वर्तमान में कुल वार्ड—25
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