तहसील कार्यालय के मुताबिक इलाके में बीते 24 घंटे में 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। हालांकि यह बारिश फसलों के लिए अमृत है, इससे किसानों में खुशी है। वहीं, बारिश से अचानक से ठंड बढ़ गई। मावठ के रूप में हुई बारिश ने कड़ाके की ठंड का अहसास करा दिया।
सर्दी के चलते लोगों का जनजीवन प्रभावित रहा। लोग दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। हासमां में बदाल छाए रहने से दिनभर सूर्य के दर्शन नहीं हुए। सुबह भी देर तक कोहरा छाया रहा। इस बारिश से मौसम में ठंडक बढ़ गई। दिन में बादलों की ओट में सूर्यदेव की लुकाछिपी चलती रही। कुछ देर के लिए सूर्यदेव के दर्शन हुए लेकिन हल्की धूप भी बारिश की वजह से बढ़ी सर्दी में कोई राहत नहीं दे पाई।
सर्दी की वजह से लोग अपने घरों में दुबके रहे। शनिवार शाम को भी बारिश हुई। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ। लोग ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आए। क्षेत्र में ठंड की वजह से बाजार भी जल्द ही बंद हो गए।
फसलों के लिए बरसा अमृत, अच्छी पैदावार की उम्मीद इधर, मावठ की बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे है। उन्हें फसल की अच्छी पैदावार की आस बंधी है। किसानों ने क्षेत्र में हुई बारिश को अमृत बताया है। उन्होंने बताया कि इस समय मावठ की बारिश होने से फसलों को जीवनदान मिलेगा। सरसों, चना, गेहूं की फसल के लिए यह मावठ वरदान साबित होगी।