ओपीडी चिकित्सा टीम ने शनिवार को शाहपुरा तहसील के कई गांवों का दौरा कर 120 मरीजों की जांच कर दवाइयां वितरित की। इस दौरान लोबड़ावास के ग्रामीणों ने घर बैठे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि करीब 70 साल में पहली बार गांव में मोबाइल ओपीडी की सेवाएं पहुंची है, जो सराहनीय है।
इस दौरान मोबाइल ओपीडी टीम प्रभारी मेल नर्स प्रथम कैलाश शर्मा, फार्मासिस्ट ओम प्रकाश पलसानिया तथा परमेश्वर शर्मा की टीम ने प्रभावित इलाकों एवं चिन्हित स्थानों पर जाकर गर्भवती महिलाओं की जांच, प्रसवोत्तर, सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, किडनी व अन्य रोगियों की जांच कर आवश्यक दवा उपलब्ध कराई।
टीम प्रभारी कैलाशचंद शर्मा ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवन के अधीन माधो का बास, ढाणी लोमोडों की, ढाणी जगनाला, लोबड़ाबास एवं देवन में पहुंचकर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई। मरीजों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दवाइयां ली। मोबाइल ओपीडी क्षेत्र में निरंतर जारी रहेगी।
बीसीएमओ ने बताया कि लॉक डाउन के बावजूद शाहपुरा के राजकीय अस्पताल सहित सभी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लग जाती है। मरीज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं करते। ऐसे में संक्रमण का खतरा बना रहता है।
जबकि इस महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है। इसे देखते हुए चिकित्सा विभाग ने यह व्यवस्था शुरू की है। अब अस्पतालों में आने के बजाय सामान्य मरीज घर पर ही रहें। विभाग की ओर से मोबाइल ओपीडी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा मरीज बड़े अस्पतालों में शुरू की गई टेलीफोन से परामर्श सुविधा का भी लाभ ले सकते हैं। इससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा।