इस दौरान शहीद के पिता रामसहाय बुनकर, माता कमला देवी, वीरांगना पत् नी बीना देवी, पुत्र ब्रजेश कुमार, भाई विकास जेवरिया, बेटी मोनिका, ममता, ऋषिका, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.पूरणमल बुनकर सहित परिजनों व ग्रामीणों ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर व पांच छायादार व फलदार पौधे लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और नमन किया।
जन्मदिन पर अपने लाडले को याद कर माता-पिता सहित परिजनों की रूलाई फूट पड़ी। अपने गांव के लाडले को याद कर ग्रामीणों की भी आंखें नम हो गई। इस दौरान बाबुलाल जेवरिया, सीता देवी, तरुण बांगड़, कृष्ण साभरिया, दिनेश मीणा, भानूप्रताप, आशु, दिलीप, धर्मेन्द्र, मालीराम, नरेश, महावीर मीणा, कालूराम, विक्रम, लोकेश सहित कई लोग मौजूद थे। यहां युवाओं ने शहीद अमर रहे, भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद के जयकारे लगाए, जिससे क्षेत्र गूंज उठा।
नक्सलियों से लोहा लेते वक्त शहीद हुए थे बुनकर
रामपुरा निवासी शहीद मुकेश कुमार बुनकर का 2007 में सीआरपीएफ में चयन हुआ था। वर्ष 2009 में अरुणाचल प्रदेश में चुनावी ड्यूटी के दौरान बूथ केंद्र पर नक्सलियों ने हमला कर पेटियां ले जाने का प्रयास किया। इस पर जवान मुकेश कुमार बुनकर ने अपने साथियों के साथ नक्सलियों के छक्के छुड़ा दिए। उनकी जाबांजी को देखते हुए उनका सीधा कोबरा बटालियन में चयन कर लिया गया।
इसके बाद वर्ष 2012 में झारखंड के रांची में 50 नक्सलियों ने बटालियन पर हमला कर दिया। नक्सलियों से मुठभेड़ में मुकेश कुमार के 4 गोलियां लगी, फिर भी उन्होंने चार नक्सलियों को मार गिराया। घायल मुकेश कुमार दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान 24 सितंबर 2012 को अमर हो गए थे। मरणोपरांत 9 अप्रेल 2015 को दिल्ली में आयोजित शौर्य दिवस पर तत्कालीन गृहमंत्री ने शहीद की वीरांगना पत् नी बीना देवी को शौर्य वीरता मेडल से सम्मानित किया था।
परिजन बोले-आज भी समस्याओं का नहीं हुआ समाधान
शहीद के जन्मदिवस पर पिता पूर्व सरपंच रामसहाय बुनकर व सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.पूरणमल बुनकर ने बताया कि फर्जी सैनिक द्वारा उनके हजारों रुपए व मूल दस्तावेजों को धोखाधड़ी कर ले जाने के मामले में पुलिस ने आज तक कार्रवाई नहीं की।
इसके अलावा शहीद के परिजनों के निशुल्क रेल यात्रा पास जारी करने, रोडवेज बस पास, स्मृति स्थल की चारदीवारी निर्माण, कैंटीन सुविधा, राज्य सरकार की ओर से शौर्य वीरता सम्मान की अनुग्रह राशि, शहीद पार्क की घोषणा, शहीद स्मृति स्थल का पट्टा जारी करने को लेकर उच्चाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बाद भी अभी तक समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ। उन्होंने समस्याओं के निस्तारण की मांग की।