प्राकृतिक चिकित्सा दिवस प्रकृति के माध्यम से जीवन शक्ति का पोषण विषय के साथ-साथ मनाया जाता हैं। इस अवसर पर योग शिविर ओर प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में व्याख्यान का आयोजन हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि बापू नगर प्राकृतिक चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्श दाता डॉ. किरण गुप्ता तथा अध्यक्षता राजस्थान सरकार के आयुर्वेद भारतीय चिकित्सा विभाग के पूर्व प्रमुख शासन सचिव खेमराज चौधरी ने की। मुख्य अतिथि डॉ. किरण गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के अन्तर्गत अनेक पद्धतियां हैं। जैसे-जल चिकित्सा, होमियोपैथी, सूर्य चिकित्सा, एक्यूपंक्चर, एक्यूप्रेशर, मृदा चिकित्सा आदि। प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचलन में विश्व की कई चिकित्सा पद्धतियों का योगदान है।
पूर्व प्रमुख शासन सचिव खेमराज चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें जीवन में सही आहार नियमित व्यायाम सही मानशिक दृष्टिकोण ओर जीवन शैली में परिवर्तन के द्वारा प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए दिनचर्या को बदलना पड़ेगा। जिससे वैश्विक महामारी कोरोना कोविड:19 में व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। एपेक्स स्कूल ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक विज्ञान की डीन डॉ. कीर्ति सिंह ने भी प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में विस्तार से जानकारी दी, आंगतुक अतिथियों का आभार प्रकट किया। नेचुरोपैथी-डे के अन्तर्गत में मानसरोवर अपैक्स केम्पस में भी बुधवार को आई पैक और सन बाथ एक्टिविटी गणेश वंदना अवंचर टाक नेचुरोपैथी फ़ॉर इम्यूनिटी बाय एमिनिल प्रश्नलिटीज कार्यक्रम होंगे।