10-15 दिन से एक दिन में होती थी जलापूर्ति स्थानीय निवासी धर्मपाल यादव ने बताया कि वर्ष 2013 में धोली डंूगरी इलाके में टंकी का निर्माण हुआ था, लेकिन इसके बनने के बाद 4 साल तक एक बूंद भी नहीं डाली गई। हालांकि तीन साल से शाहपुरा अलवर तिराहे से आने वाले पानी से लोगों की प्यास बुझाई जा रही थी।
—— -पत्रिका का जताया आभार स्थानीय निवासी धर्मपाल यादव समेत कई लोगों ने राजस्थान पत्रिका को साधुवाद दिया है। उन्होंने बताया कि धोली डूंगरी क्षेत्र में पेयजल समस्या के बारे में कई बार समाचार प्रकाशित कर परेशान लोगों की आवाज प्रशासन तक पहुंचाई है। जिस पर प्रशासन ने सुध ली और बोरिंग करवाया।