इससे पहले सरपंच व वार्डपंचों के चुनाव परिणाम आने के बाद से ही रातभर उपसरपंचों के लिए जोड़तोड़ होती रही। उपसरपंच बनने की दौड़ में शामिल वार्डपंच वार्डपंचों केा अपने पक्ष में करने के लिए रातभर भागदौड़ करते रहे। कई जगह सरपंच पदों के उम्मीदरों ने भी चुनाव के दौरान अपने पक्ष में मतदान कराने के पंचों को उपसरपंच बनवाने के वायदे किए थे। इसलिए जीत के बाद कई वार्डपंचों का भी विजेता रहे सरपंचों के घर जमावड़ा बना रहा। अधिकांश पंचों का प्रयास था कि उपसरपंच के लिए चुनाव ही नहीं हो और सर्व सम्मति से निर्विरोध निर्वाचन हो जाए। ऐसे में आधे से अधिक ग्राम पंचायतों में उपसरपंचों का निर्विरोध निर्वाचन हो गया।
उपसरपंच को सरपंच की अनुपस्थिति में पंचायत में बैठक की अध्यक्षता करनी होती है। इसके अलावा उपसरपंच के पास ग्राम पंचायत के किसी तरह के प्रसासनिक व वित्तीय अधिकार नहीं होते हैं।
क्षेत्र में लगभग सभी जगह शंातिपूर्ण चुनाव हुआ। इसके बाद दोपहर में उपसरपंचों के निर्वाचन की घोषणा की गई। निर्वाचित उपसरपंचों उनके समर्थक वार्डपंचों और ग्रामीणों की ओर से स्वागत किया गया। बाहर से मतदान अधिकारी व मतदानकर्मी व पुलिसकर्मी रात को सरपंच व वार्डपंचों का चुनाव कराने के बाद मतदान केन्द्रों पर ही रूके थे। जो कि उपसरपंचों का चुनाव होने के बाद वापस लौट गए।
क्षेत्र में लगभग सभी जगह शंातिपूर्ण चुनाव हुआ। इसके बाद दोपहर में उपसरपंचों के निर्वाचन की घोषणा की गई। निर्वाचित उपसरपंचों उनके समर्थक वार्डपंचों और ग्रामीणों की ओर से स्वागत किया गया। बाहर से मतदान अधिकारी व मतदानकर्मी व पुलिसकर्मी रात को सरपंच व वार्डपंचों का चुनाव कराने के बाद मतदान केन्द्रों पर ही रूके थे। जो कि उपसरपंचों का चुनाव होने के बाद वापस लौट गए।
कांटे की रही टक् कर क्षेत्र की जिन ग्राम पंचायतों में उपसरपंच के लिए चुनाव हुए है, वहां भी कांटे की टक् कर रही। वार्डपंचों के चुनाव में नामांकन वापसी के बाद कई वार्डपंचों के निर्विरोध निर्वाचन के बाद से ही उपसरपंच बनने की तैयारी में जुटे हुए थे। ऐसे में उन्होंने विजेता पंचों को अपने पक्ष में करने के लिए रात से ही मशक् कत शुरू कर दी। कई पंचों को तलाश कर उनकेा मतदान केन्द्रों तक लाना पड़ा।
चुनाव के बाद जयपुर लौटे दल
सरपंच, वार्डपंच के बाद रविवार को उपसरपंच का चुनाव कराने के बाद मतदान दल वापस जयपुर लौट गए। शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र की 37 ग्राम पंचायतों में वार्डपंचों के 433 पद है। जिनमें से नामांकन वापसी के बाद 182 वार्डपंच ििनर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। इसके बाद शनिवार को शेष रहे 251 वार्डपंचों के लिए चुनाव हुआ। सरपंच व वार्डपंचों के चुनाव के बाद रविवार केा उपसरपंचों का चुनाव हुआ।
सरपंच, वार्डपंच के बाद रविवार को उपसरपंच का चुनाव कराने के बाद मतदान दल वापस जयपुर लौट गए। शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र की 37 ग्राम पंचायतों में वार्डपंचों के 433 पद है। जिनमें से नामांकन वापसी के बाद 182 वार्डपंच ििनर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। इसके बाद शनिवार को शेष रहे 251 वार्डपंचों के लिए चुनाव हुआ। सरपंच व वार्डपंचों के चुनाव के बाद रविवार केा उपसरपंचों का चुनाव हुआ।
विजेता सरपंचों में उल्लास छाया रहा उल्लास
इधर, शनिवार रात को सरपंच व वार्डपंचों की जीत के बाद दिनभर विजेताओं में उल्लास छाया रहा। विजेता सरपंचों और उनके समर्थकों ने देर रात को ही जीत की खुशी मनाई। इसके बाद दिन में भी समर्थकों ने विजेता सरपंचों का जगह जगह माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया। दोपहर बाद उपसरपंचों में भी जीत की खुशी छायी रही।