देर रात्री तक मतगणना के बाद पंच व सरपंचों के चुनाव परिणाम आते रहे। परिणाम के बाद शनिवार को क्षेत्र में कहीं खुशी व कहीं गम का महौल रहा। उपसरपंच के चुनाव को लेकर अधिकांश जगह रात को विजेता वार्ड पंचों बाडाबंदी कर ली गई। सुबह उपसरपंच का चुनाव हुआ। सबसे अच्छी बात यह रही कि अजीतगढ पंचायत समिति क्षेत्र की 23 ग्राम पंचायतों में से 15 ग्राम पंचायतों में निर्विरोध उपसरपंच का चुनाव हुआ।
सिहोडी व करडका में समान मत आने पर लॉटरी से उपसरपंच का चुनाव किया गया। इधर, जीत के बाद विजेताओं के समर्थकों व कार्यकताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने विजेता रहे सरपंचों का जगह-जगह गुलाल लगाकर व मिठाई खिलाकर स्वागत किया। कई जगह आतिशबाजी कर व डीजे पर विजयी जुलूस निकालकर खुशी मनाई।
विजेता सरंपचों ने ग्राम जनता व सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए बिना किसी भेदभाव के गांव का सर्वांगीण विकास करने का भरोसा दिया। दिनभर विजेता प्रत्याशियों के घरों पर समर्थकों व ग्रामीणों का जमघट लगा रहा। इससे शादी समारोह जैसा माहौल देखने को मिला।
सुबह 9 बजे बाद सभी ग्राम पंचायतों में उपसरपंच के लिए चुनाव प्रकिया शुरू हुई, जो दोपहर तक चली। उपसरपंच के चुनाव के बाद जुलूस व स्वागत में दिन बीता। लोग विजेताओं को दिन भर बधाई देते रहे।
अजीतगढ में उपसरपंच का चुनाव भी हुआ रोचक
अजीतगढ कस्बे में उपसरपंच के चुनाव में रात्री को ही बाडाबंदी हो गई थी। विजेता सरपंच के पक्ष का उपसरपंच बनाने के लिए एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता का आवास राजनीति का केन्द्र बन गया। यहां विजेता वार्ड पंचों को इकठ्ठा किया गया। इनके खेमे में 14 वार्ड पंच आ गए। जिससे उपसरपंच की तस्वीर साफ हो गई, लेकिन भीतरीघात की आंशका फिर भी बनी रही। विजेता सरपंच पक्ष से मनोज खंडेलवाल का नामाकंन दाखिल किया गया।
अजीतगढ कस्बे में उपसरपंच के चुनाव में रात्री को ही बाडाबंदी हो गई थी। विजेता सरपंच के पक्ष का उपसरपंच बनाने के लिए एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता का आवास राजनीति का केन्द्र बन गया। यहां विजेता वार्ड पंचों को इकठ्ठा किया गया। इनके खेमे में 14 वार्ड पंच आ गए। जिससे उपसरपंच की तस्वीर साफ हो गई, लेकिन भीतरीघात की आंशका फिर भी बनी रही। विजेता सरपंच पक्ष से मनोज खंडेलवाल का नामाकंन दाखिल किया गया।
वहीं, विपक्ष की ओर से मनीष मीणा, ओम प्रकाश रहे। विपक्ष के दोनों प्रत्याशियों के एक होने के बाद भी चुनाव के बाद मनोज की जीत हुई। आखिरकार मिली सफलता
दिवराला ग्राम पंचायत से सरपंच पद पर आसीन हुए रामावतार सैनी अपनी लम्बाई के लिए जाने जाते है। लम्बाई के कारण वे लाठा के नाम से भी जाने जाते है। विगत कई वर्षों से चुनाव मे संघर्ष कर रहे लाठा को सफलता नहीं मिल रही थी।
दिवराला ग्राम पंचायत से सरपंच पद पर आसीन हुए रामावतार सैनी अपनी लम्बाई के लिए जाने जाते है। लम्बाई के कारण वे लाठा के नाम से भी जाने जाते है। विगत कई वर्षों से चुनाव मे संघर्ष कर रहे लाठा को सफलता नहीं मिल रही थी।
विगत चुनाव में भी वे दूसरे नम्बर पर रहे थे। लगातार चुनाव हारने के बाद भी लाठा हिम्मत नहीं हारे तथा ग्रामीणों के कार्यो के लिए सदैव तत्पर रहे तो जनता ने इस बार उनके जीत का सेहरा बांध दिया।
पंचायत चुनाव की अजीतगढ में हुई ऐतिहासिक जीत
अजीतगढ ग्राम पंचायत में दो सरपंच परिवारों का लगातार कई वर्षों से कब्जा था। रिर्जव सीट आने पर भी इनके बिना चुनाव में पार लगाना लोगों को मुश्किल लग रहा था, लेकिन इस बार वरिष्ठ कांगे्रस नेता प्रहलाद अग्रवाल की पत् नी संतोष अग्रवाल ने सरपंच चुनाव में 2120 से जीत हासिल की।
अजीतगढ पंचायत समिति क्षेत्र की पंचायतों के विजेता सरपंच व उपसरपंच
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ग्राम पंचायत-विजेता सरपंच-जीत का अंतर-विजेता उपसरपंच
अजीतगढ संतोष देवी अग्रवाल 2120 मनोज खंडेलवाल
गढटकनेत राजेश नायक 983 रूडाराम
सकराय प्रभू दयाल वर्मा 933 रूकमणी देवी
किशोरपुरा तीजा यादव 645 सुनिल कुमार
रायपुर जागीर उगन्ता प्रजापत 519 बद्री प्रसाद यादव
हरदाकाबास अनूप कंवर 486 सुमन यादव
सांवलपुरा तंवरान मामराज 479 मालीराम स्वामी
टटेरा सविता देवी 452 भगवती देवी
टोडा सुनिता यादव 449 गोविन्द राम
जुगराजपुरा ओम कंवर 447 हरिशचन्द कुलदीप
जुगलपुरा सुनिता मीणा 420 मायादेवी
दिवराला रामोवतार सैनी 372 मूलचंद जाट
सिहोडी सुन्दर भावरिया 360 मूरलीधर
चिपलाटा मनोज गुर्जर 273 विजय लक्ष्मी
दीपावास मीरा देवी 253 छिमली देवी
मौकलवास गजानंद 200 श्योपाल मीणा
आसपुरा हेमकंवर 181 प्रेम देवी
बुर्जा की ढाणी रामकिशन 148 हेमराज
पीथलपुर संतोष कंवर 147 राखी कंवर
हाथीदेह सुशीला देवी 132 शीशराम गुर्जर
हथौरा ममता देवी 98 रविन्द्र सिंह
खटखड शिम्भू दयाल मीणा 48 सायर मल जाट
करडका बर्फी देवी 9 सांवरमल