दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित होगा शेखागढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि महापुरुष किसी समाज व किसी क्षेत्र से संबंधित नहीं होता, अपितु उसका जीवन समस्त मानव समाज के कल्याण के लिए होता है। महाराव शेखाजी का निर्वाण ही स्त्री की आन की रक्षा व गौ रक्षा के लिए हुआ था। इस दौरान महाराव शेखा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष जालिम सिंह आसपुरा, सचिव संपत सिंह धमोरा, कोषाध्यक्ष गोवर्धन सिंह दिवराला, उपकोषाध्यक्ष शंकर सिंह खेजरोली, मानसिंह पीथलपुर , अमर सिंह राडावास, महाराव शेखा संस्थान के शहर अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किए। बैठक में शेखागढ को एक दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित करने तथा महाराव शेखाजी के निर्वाण स्थल रलावता में विकास कार्यों को लेकर सुझाव भी दिए गए। बैठक में अखिल महाराव शेखा संस्थान के प्रदेश कार्यकारिणी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।