सेवरा की ढाणी में पेंथर ने लगाई छलांग, पुजारी ने पहाड़ी से नीचे दौड़कर बचाई जान -पुजारी पर हमले का प्रयास के बाद ग्रामीणों में दहशत
-शिकार की तलाश में खुले में विचरण करता दिखाई दिया पेंथर शाहपुरा/मैड़।
ग्राम पंचायत तेवड़ी स्थित सेवरा ढाणी में पहाड़ी पर भोमियाजी महाराज के स्थान के पास गुरुवार शाम को पेंथर ने पुजारी पर छलांग लगाकर हमले का प्रयास किया। पुजारी ने पहाड़ी से नीचे तरफ भागकर अपनी जान बचाई।
ग्राम पंचायत तेवड़ी स्थित सेवरा ढाणी में पहाड़ी पर भोमियाजी महाराज के स्थान के पास गुरुवार शाम को पेंथर ने पुजारी पर छलांग लगाकर हमले का प्रयास किया। पुजारी ने पहाड़ी से नीचे तरफ भागकर अपनी जान बचाई।
इसके बाद पेंथर खुले में विचरण करता हुआ पहाड़ी तरफ चला गया। इधर, पेंथर की आवाजाही व पुजारी पर हमले के प्रयास के बाद से क्षेत्र के लोगों में दहशत बनी हुई है।
भोमियाजी महाराज सेवा समिति के सचिव रामवतार दौराता ने बताया कि भोमियाजी महाराज के स्थान के चारों तरफ करीब 5 फीट ऊंचाई तक तारबंदी हो रही है। शाम को यहां आए पेंथर ने तारों के ऊपर से छलांग लगाकर पुजारी पन्नालाल सूद पर हमले का प्रयास किया। जिस पर पुजारी ने पहाड़ी के नीचे की तरफ दौड़कर अपनी जान बचाई।
पुजारी के शोर मचाने पर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। इसके बाद पास ही अठखेलियां कर रहे बंदरों के झुण्ड पर भी हमला करने की कोशिश की। ग्रामीणों ने बताया कि काफी देर तक पेंथर यहां खुले में विचरण करता दिखाई दिया।
इसके बाद शोर शराब करने पर पहाड़ी की तरफ चला गया। बाद में पहाड़ी की तरफ काफी देर तक पेंथर की गुर्राहट सुनाई दी। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी देकर पेंथर को पकडऩे की मांग की है।
महिला व बच्चे रहे सतर्क
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह-शाम महिलाएं व बच्चे पक्षियों को दाना डालने व दीपक जलाने के लिए भोंमियाजी महाराज के स्थान पर जाते है। ऐसे में यहां कभी भी पेंथर हमला कर सकता है। ऐसे में महिलाओं व बच्चों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। देते हुए पेंथर से सतर्क रहने को कहा गया है।पहाड़ी पर सुनाई दे रही पेंथर की गुर्राहट से ग्रामीण दहशत गस्त हो रहे है।
शावकों के साथ दिखी थी मादा पेंथर
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पहले यहां मादा पेंथर अपने दो शावकों के साथ कई दिन तक खुले में विचरण करती नजर आई थी। बाद में मादा पेंथर ने अपना मूवमेंट बदल लिया। जिसके बाद अब पेंथर का मुवमेंट बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पहले यहां मादा पेंथर अपने दो शावकों के साथ कई दिन तक खुले में विचरण करती नजर आई थी। बाद में मादा पेंथर ने अपना मूवमेंट बदल लिया। जिसके बाद अब पेंथर का मुवमेंट बना हुआ है।
पहाड़ी पर पेंथर के दिखाई देने की सूचना मिली है। जिस पर वन कर्मियों को पेंथर के मूवमेंट पर निगरानी रखने और क्षेत्र में बराबर गश्त करने के निर्देश दिए हैं। वनकर्मी गश्त कर रहे हैं। —-कैलाश चंद गुर्जर, रेंजर, विराटनगर