यह है मामला ग्रामीणों ने बताया कि भुरानपुरा पंचायत प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार करवा चारणवास गज्जाजी गांव में गैर मुमकिन पहाड़ी भूमि को आबादी भूमि की क्षतिपूर्ति के लिए चरागाह में बदल दिया। इसके बदले में रावपुरा गांव में चरागाह भूमि आबादी में परिवर्तित कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि चारणवास गांव में सिवाय चक से चरागाह में बदली गई भूमि पर आबादी बसी हुई है।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद मौके पर गया था। जहां परिवर्तित की गई भूमि के नक्शे में अंतर मिला है। यह पटवारी से गलती हो गई। इसके लिए उच्च अधिकारियों को लिखेंगे। राजेन्द्र मीणा, नायब तहसीलदार, जमवारामगढ़