scriptलॉकडाउन में यहां झेल रहे लोग बिजली संकट | People facing power crisis in lockdown | Patrika News

लॉकडाउन में यहां झेल रहे लोग बिजली संकट

locationबस्सीPublished: May 17, 2020 11:51:44 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

मुख्यमंत्री और उर्जा मंत्री से भी लगाई गुहार, गोनेर फीडर की पुरानी लाइन बदलवाने की मांग

लॉकडाउन में यहां झेल रहे लोग बिजली संकट

लॉकडाउन में यहां झेल रहे लोग बिजली संकट

गोनेर। लॉकडाउन में बिजली संकट से लोग जूझ रहे हैं। राजधानी से महज कुछ किलोमीटर दूर ही स्थित गोनेर गांव की ढाणियों में बिजली संकट बना हुआ है। गांव के पावरग्रिड से महज दो किलोमीटर दूर बसें गांव-ढाणियों में वर्षों पूर्व डाली गई लाइन से विद्युत सप्लाई की जा रही है। जिससे ज्यादातर फॉल्ट की समस्या का सामना करना पड़ता है। कोरोना माहमारी के चलते लगे लॉकडाउन में लोग घरों में रूके हुए है और गर्मी का मौसम है। ऐसे में विद्युत कटौती के चलते लोग परेशान है। ग्रामीणों ने पुरानी विद्युत लाइन बदलकर नई लाइन डालकर समस्या के निजात दिलाने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उर्जा मंत्री से भी गुहार लगाई है।
हमेशा हादसे का डर बना रहता
जानकारी अनुसार गोनेर की ढाणियों में बिजली की सप्लाई के लिए कई सालों पहले डाली गई लाइन बहुत लम्बी व पुरानी है। कई जगह तार पेड़ों में है तो कई जगह बहुत नीचे लटक रहे है। जिनसे हमेशा हादसे का डर बना रहता है और कई बार फॉल्ट होने से ेबिजली गुल हो जाती है। लाइन की लम्बाई अधिक होने से फॉल्ट निकालने में भी बहुत समय लगता है। ऐसे में राजधानी के नजदीक ही बसे हजारों लोागों को कई घंटे बिना बिजली के रहना पड़ता है। द्रव्यवती नदी के किनारे बसी ढाणियों में बिजली के साथ मच्छर से भी दो चार होना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि जिम्मेदारों को कई बार अवगत करवाने के बाद भी समस्या जस की तस है।
यहां होती है परेशानी
कपिल मुनि आश्रम, कुम्हारों की ढाणी, गुर्जरों की ढाणी, मालियों की ढाणी, नाथों की ढाणी, सपेरों की ढाणी, छापर वाली ढाणी, कालूबाबा की ढाणी, पदमपुरा रोड, गोधूबाबा की ढाणी, जानकीदास की ढाणी सहित आसपास के कई गांव में विद्युत समस्या का सामना करना पड़ता है।
ऐसे सुधारा जाता है फॉल्ट

15 से 20 किलोमीटर लम्बी लाइन की देखरेख के लिए केवल एक कार्मिक तैनात है जो कि फॉल्ट होने पर लाइन में बने 40 से अधिक पॉइन्ट के प्रत्येक पोल पर चढ़कर जांच करता है। वहीं खेतों व पेड़ों के बीच से गुजर रहे तारों को देखता है। इसके बाद फॉल्ट मिलने पर विद्युत सप्लाई को दुरुस्त किया जाता है, जिसमें काफी समय लग जाता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो