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एक चिकित्सक के भरोसे पीएचसी, बेबस मरीज

locationबस्सीPublished: Nov 26, 2019 07:45:54 pm

मैड़ पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत करने की मांग, ग्रामीणों ने जताया आक्रोश
 

एक चिकित्सक के भरोसे पीएचसी, बेबस मरीज

एक चिकित्सक के भरोसे पीएचसी, बेबस मरीज

शाहपुरा/मैड़।

कूण्डला क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत मैड़ की पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत करने की ग्रामीण पिछले 15 साल से मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में क्षेत्र के मरीजों को उपचार के लिए विराटनगर, शाहपुरा या जयपुर जाना पड़ता है। इस मांग को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने आक्रोश जताया।
कांग्रेस इकाई अध्यक्ष सोणी नागर ने बताया कि क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत मैड़ में आसपास की कई पंचायतों के ग्रामीण उपचार के लिए आते हैं। जबकि यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र होने से पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं है। क्षेत्र के लोग पिछले 15 वर्ष से पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत करने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधि व विभाग के अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे।
विडम्बना तो यह कि यहां पीएचसी में दो चिकित्सक नियुक्त है, जिसमें से भी एक चिकित्सक अन्यत्र डेपूटेशन पर है। ऐसे में पीएचसी एक चिकित्सक के भरोसे है।


ग्रामीणों के मुताबिक करीब 18 माह पहले तत्कालीन विधायक डॉ. फूलचंद भिण्डा ने भी मैड़ पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत कराने की घोषणा की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। जिससे क्षेत्र के मरीजों को परेशानी होती है।
समाज सेवी गोपाल शुक्ल ने बताया कि मैड़ पीएचसी एक चिकित्सक के भरोसे चल रही है। जिससे मरीजों को परेशानी होती है। मौसमी बीमारियों के दौरान तो पीएचसी में 400 तक आउटडोर पहुंच जाता है। जिससे मरीजों को उपचार व दवा के लिए भी परेशानी उठानी पडती है।
मनोज शुक्ल ने बताया कि मैड़ पीएचसी में क्षेत्र के दर्जनों गांवों व ढाणियों से लोग इलाज के लिए आते है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में मरीजों को शाहपुरा या जयपुर का रुख करना पड़ता है। चिकित्सकों की कमी से कई बार तो प्रसव के लिए भी प्रसूताओं को अन्यत्र जाना पड़ता है। दूर जाकर उपचार कराने पर मरीजों को आर्थिक नुकसान भी वहन करना पड़ता है।
मौसमी बीमारी से हर साल होती है मौतें

ग्रामीण गैंदालाल भार्गव व हंसराज मीणा ने बताया कि क्षेत्र में हर साल मौसमी बीमारियों के चलते बुखार व अन्य मौसमी बीमारी से मौतें होती है। मौसमी बीमारियां शुरू होते ही क्षेत्र के लोग भय के साये में रहते है। इसके बावजूद क्षेत्र में कहीं भी सीएचसी नहीं बन पा रही।
पीएचसी क्रमोन्नत हो तो दर्जनों गांव-ढाणियों को मिले सुविधा

समाज सेवी गोपाल शुक्ल, मनोज श्ुाक्ल व सोणीलाल नागर ने कहा कि पिछले 15 साल से मैड़ पीएचसी को सीएचसी में तब्दील करने के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं।
अब विराटनगर के युवा विधायक इंद्रराज गुर्जर से लोगों को उम्मीद जागी। यदि मैड़ पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत कर दिया जाए तो मैड़, जोधुला, तालवा, बिहाजर, पुरावाला, सताना, बेरकी, श्यामपुरा, पालड़ी सहित क्षेत्र के दर्जनों गांव -ढाणियों के मरीजों को चिकित्सा सुविधा सुलभ हो सकेगी।-
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मैड़ की आदर्श पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत कराने के लिए चिकित्सा मंत्री से मिल चुका हूं। मैड़ में सीएचसी के लिए प्रयास जारी है।—– इंद्रराज गुर्जर, विधायक, विराटनगर

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