इन गड्ढों से बचने के चक्कर कई दुपहिया वाहन आपस भिडऩे से चालक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके है। दूसरी ओर सड़क के दोनों किनारों में सड़क के बराबर मिट्टी नहीं डली होने के कारण सड़़क के कोने पर पहुंचते ही दुपहिया वाहन फिसल जाता है।
वही मेगा हाइवे के किलर पाइन्ट माने जाने वाले हरसूलिसा, बस स्टैंड, लदाना मोड़, दत्तूली मोड़, झाड़ला मोड़, मांदी मोड़, मैदवास मोड़, उकेरिया मोड़, लसाडिय़ा मोड़ की लिंक सड़कों से वाहनों की आवाजाही रहती है। इन मोड़ के साथ अन्य खतरनाक मोड़ों पर संकेतक बार्ड नहीं लगे होने से दुर्घटना हो चुकी है। ग्रामीणों ने इस संबंध में प्रशासन के साथ टोल संचालकों से भी शिकायत की, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात।