जानकारी के अनुसार आधार कार्ड में अंकित नाम एवं बैंक खाते में अकिंत जानकारी एवं पोर्टल पर किए आवेदन में नाम एवं बैंक खाते की डिटेल मेल नहीं खाने से तहसील क्षेत्र के करीब साढे पांच हजार से ज्यादा किसानों की योजना के तहत मिलने वाली तीसरी किश्त अटक गई। एसडीएम राजवीर सिंह के निर्देश पर तहसीलदार त्रिलोक चंद गुप्ता के निर्देशन में मंगलवार तक शिविर लगाया जाएगा। इसके बाद भी वंचित किसान ई मित्र पर जाकर संशोधन करवा सकते है।
क्या थी योजना केन्द्र सरकार ने सीमांत किसानों
kisan yojana को फसल उत्पादन में खाद व बीज खरीदने में आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से प्रत्येक सीमांत किसान को एक वर्ष में तीन किश्तों के माध्यम से 6000 रुपए देने की योजना शुरू की थी। जिसमें किसानों को योजना के तहत 2-2 हजार रुपए की तीन किश्तें दी जानी थी, उसमें से किसानों को दो किश्ते पहले मिल गई।
15 हजार ने किया आवेदन योजना का लाभ लेने के लिए तहसील क्षेत्र की 25 ग्राम पंचायतों के 114 गावों के 15,122 सरमांत किसानों ने सहायता राशि के लिए आवंदन किया था। जिसमें 5080 किसानों के आवेदन में अंकित नाम एवं आधार में अंकित नाम में त्रुटि एवं 763 किसानों के बैंक खातें संबधी जानकारी में त्रुटि होने के कारण इनकी तीसरी किश्त रोक दी गई।
कैसे हुई त्रुटि सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के ब्लॉक प्रोगामर आशिष गुर्जर ने बताया कि किसानों ने योजना का आवेदन जमीन की जमाबंदी के आधार पर किया था। जिसमें कई किसानों के जमाबंदी एवं आधार कार्ड के नाम में कुछ त्रुटियां होने के कारण एवं आवेदन के बाद कई बैंकों के आईएफएससी कोड बदल जाने के कारण समस्या हुई है।
किसानों ने योजना के लिए आवेदन करते समय आवेदन पत्र में जानकारी सही नहीं भरने के कारण आवेदनकर्ताओं की जानकारी मेल नहीं खा रही। जिसके कारण किसानों की तीसरी किश्त रोक दी गई । अब उक्त त्रुटियों का संशोधन होने के बाद शीघ्र बकाया किश्त का आंवटन हो जाएगा।
राजवीर सिंह यादव, एसडीएम, विराटनगर