उसके परिजनों ने बताया कि अर्जुन बचपन से ही खेलों में रूचि रखता था। वह छोटा था तब गांव व आसपास होने वाली स्कूली प्रतियोगिताओं में बच्चों को खेलता देखकर एक ही बात कहता था कि मैं भी खेलों में आगे तक जाकर देश का नाम रोशन करूंगा। उसकी रचि, संघर्ष और जज्बे की बदौलत ही वह आज शाहपुरा के छोटे से गांव नयाबास से टोक्यो ओलंपिक तक पहुंचा है। उसके बड़े भाई धर्मराज ने बताया कि अर्जुन बचपन से संघर्षशील रहा है। उसे हमेशा जीतने का शौक रहा है। इसलिए वह जीतेगा जरूर।
टोक्यो ओलम्पिक में रोवर अर्जुन लाल की जोड़ी रोइंग की लाइटवेट डबल स्कल्स स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है। उसका सेमीफाइनल मुकाबला सुबह ८ बजे होगा। जिसमें अर्जुन और यूपी निवासी अरविंद की जोड़ी अपना दमखम दिखाएगी। स्पर्धा में स्पेन, बेल्जियम, आयरलैंड, इटली, यूक्रेन व भारत सहित 6 टीमें भाग लेगी। अर्जुन ने कहा कि फाइनल में पहुंचकर देश के लिए पदक जीतना ही अब उसका एकमात्र लक्ष्य है।
उसके भाई ने बताया कि सेमीफाइनल मुकाबले में जीत के लिए उसके साथी सेना के जवान भी दुआ कर मन्नत मांग रहे हैं। इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, हेमांग बादनी ने शुभकामना देकर हौंसला बढ़ाया है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रहे जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अंतरराष्ट्रीय शूटर ओमप्रकाश निठारवाल, राष्ट्रीय खिलाड़ी खेमचंद निठारवाल, अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग खिलाड़ी रामसिंह बराला सहित देशभर से खिलाड़ी, खेल प्रेमी और जनप्रतिनिधि अर्जुन की जीत के लिए दुआ और शुभकामना दे रहे हैं।
रोवर अर्जुन लाल की जीत के लिए उसके परिजन और ढाणी के लोग पास ही स्थित शिवालय में पूजा अर्चना कर मन्नत मांग रहे हैं। मंगलवार को उसके पिता रामस्वरूप जाट, बड़े भाई धर्मराज जाट सहित घर की महिलाओं, ढाणी के कई लोगों और सरपंच सुमित्रा देवी जाट, डेयरी सचिव रामेश्वर जाट, पूर्व सरपंच रामेश्वर जाट, विजेंद्र, नेम सिंह सेपट सहित कई लोगों ने मंदिर में पूजा कर जीत के लिए प्रार्थना की।