शार्क टैंक पर बनें राहुल के वीडियोज को मिले 2 मिलियन व्यूज
राहुल मालोदिया ने 300 से अधिक उद्योगों में भारत भर के 250 शहरों के 20 हजार से अधिक व्यापारियों को सफलता का गुर सिखाए हैं। हाल के दिनों में शार्क टैंक इंडिया पर भी उनके वीडियो को प्रदर्शित किया गया, जिसने कई लोगों को प्रेरणा प्रदान की। राहुल के निर्देशन में ही छोटे उद्यमियों ने न केवल शो की मूल अवधारणा को समझा बल्कि अपनी प्रतिभा का परिचय भी दिया। राहुल के पास शो की समीक्षा से जुड़े दस से अधिक वीडियो हैं, इन वीडियोज ने 2 मिलियन से अधिक व्यूअरशिप मिली हासिल की है। मजेदार बात यह है कि लोग उन्हें आठवें शार्क का दर्जा भी देने लगे हैं। अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राहुल मालोदिया के लाखों फैन फॉलोइंग है।
राहुल मालोदिया ने 300 से अधिक उद्योगों में भारत भर के 250 शहरों के 20 हजार से अधिक व्यापारियों को सफलता का गुर सिखाए हैं। हाल के दिनों में शार्क टैंक इंडिया पर भी उनके वीडियो को प्रदर्शित किया गया, जिसने कई लोगों को प्रेरणा प्रदान की। राहुल के निर्देशन में ही छोटे उद्यमियों ने न केवल शो की मूल अवधारणा को समझा बल्कि अपनी प्रतिभा का परिचय भी दिया। राहुल के पास शो की समीक्षा से जुड़े दस से अधिक वीडियो हैं, इन वीडियोज ने 2 मिलियन से अधिक व्यूअरशिप मिली हासिल की है। मजेदार बात यह है कि लोग उन्हें आठवें शार्क का दर्जा भी देने लगे हैं। अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राहुल मालोदिया के लाखों फैन फॉलोइंग है।
लंबे संघर्ष के बाद मिली सफलता
राहुल ने बताया कि इस सफलता के पीछे एक लंबे संघर्ष की कहानी है। जब मैं नौ साल का था तो मेरे पिता की मृत्यु हो गई थी। ऐसे में पढ़ाई मेरे लिए एक चुनौती के समान हो गई थी। मैंने तरह-तरह के काम किए, ट्यूशन ली, एक औसत स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद मैंने सीए की परीक्षा पास की और अपने करियर को आकार देना शुरू किया। उन्होंने मुंबई की मशहूर मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म के साथ अपने करियर की सीए के तौर पर शुरूआत की। इस दौरान कई बड़े उद्योगों व कम्पनियों से उन्हें बहुत सीखने का मौका मिला। राहुल मालोदिया अब आईसीएआई, ईशा फाउंडेशन, आर्ट ऑफ लिविंग, बीएनआई, लायंस क्लब, रोटरी क्लब और फोर्टी और कई अन्य संगठनों के सदस्य हैं।
राहुल ने बताया कि इस सफलता के पीछे एक लंबे संघर्ष की कहानी है। जब मैं नौ साल का था तो मेरे पिता की मृत्यु हो गई थी। ऐसे में पढ़ाई मेरे लिए एक चुनौती के समान हो गई थी। मैंने तरह-तरह के काम किए, ट्यूशन ली, एक औसत स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद मैंने सीए की परीक्षा पास की और अपने करियर को आकार देना शुरू किया। उन्होंने मुंबई की मशहूर मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म के साथ अपने करियर की सीए के तौर पर शुरूआत की। इस दौरान कई बड़े उद्योगों व कम्पनियों से उन्हें बहुत सीखने का मौका मिला। राहुल मालोदिया अब आईसीएआई, ईशा फाउंडेशन, आर्ट ऑफ लिविंग, बीएनआई, लायंस क्लब, रोटरी क्लब और फोर्टी और कई अन्य संगठनों के सदस्य हैं।