हालांकि कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव व सुरक्षा को लेकर पिछले वर्ष की तरह इस बार भी शाहपुरा में सामुहिक रूप से दशहरा महोत्सव नहीं मनाया गया, लेकिन इस बार खातेड़ी नवयुवक मंडल की ओर से परंपरा का निर्वहन करते हुए फाफिया स्थित दशहरा मैदान में 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया।
इससे पहले शाहपुरा कस्बे के खातेडी मोहल्ले से 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा कस्बे के प्रमुख मार्गों से होती हुई निकाली गई। इस दौरान डीजे पर बज रहे गानों पर युवा नाचते गाते रावण के पुतले को लेकर नीमकाथाना रोड, न्यू बस स्टैंड रोड होते हुए फाफिया स्थित दशहरा मैदान पहुंचे। जहां रावण के पुतले का दहन किया गया।
कार्यक्रम में नगरपालिका चेयरमैन बंशीधर सैनी सहित बड़ी संख्या में कस्बे के लोग शामिल हुए। इस बार रावण के पुतले की टिमटिमाती आंखे व बार-बार मुहं से जीभ बाहर आती देख लोग हतप्रभ रह गए। इसी प्रकार कस्बे के अन्य मोहल्लों में भी बच्चों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से रावण के पुतले बनाकर दहन किया गया। इस बार कोरोना गाइड लाइन के चलते नगर पालिका प्रशासन की ओर से रावण के पुतले का दहन नहीं किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कोरोना गाइडलाइन की पालना की अपील जरूर की गई, लेकिन लोगों में सोशल डिस्टेंस का अभाव दिखा। हालांकि गाइडलाइन की अनुपालना में इस बार सामुहिक रूप से करतबबाजी, व्यायाम आदि के प्रदर्शन नहीं किए गए। इस बार कस्बे में आतिशबाजी भी नहीं की गई। कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहा।
कलाकारों का किया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान रावण का पुतला बनाने वाले शाहपुरा कस्बे के लालचंद जांगिड़, दिनेश जांगिड़, दीपक जांगिड़, कृष्ण कुमार, बिटटू जांगिड़ सहित कई लोगों का जयश्रीराम सेवा समिति और भामाशाह राहुल बजाज की ओर से स्ृति चिह्न देकर सम्मान किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान रावण का पुतला बनाने वाले शाहपुरा कस्बे के लालचंद जांगिड़, दिनेश जांगिड़, दीपक जांगिड़, कृष्ण कुमार, बिटटू जांगिड़ सहित कई लोगों का जयश्रीराम सेवा समिति और भामाशाह राहुल बजाज की ओर से स्ृति चिह्न देकर सम्मान किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।