शाहपुरा रोडवेज डिपो की ओर से परीक्षार्थियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त रोडवेज बसों के प्रबंध किए गए हैं। साथ ही परीक्षार्थियों की आवागमन की व्यवस्था के लिए 24 घंटे के लिए रोडवेज कार्मिकों की डयूटी लगाई गई है, ताकि परीक्षार्थियों को गंतव्य तक पहुंचने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो। हालांकि शुक्रवार को कस्बे में बस स्टैंडों पर परीक्षार्थियों की एक साथ भीड़ नजर नहीं आई। परीक्षार्थी रोडवेज व निजी बसों में सवार होकर जाते रहे।
रोडवेज डिपो की मुख्य प्रबंधक शिप्रा सानीवाल ने बताया कि शाहपुरा डिपो की 40 बसें संचालित है। उनमें से अधिकांश को परीक्षार्थियों के लिए लगाया गया है। साथ ही बसों का अन्यत्र होने वाला ठहराव भी कैंसिल कर शाहपुरा बस स्टैंड किया गया है, ताकि जरूरत पडऩे पर अतिरिक्त बसें भी भेज जा सकेगी।
इसके अलावा परीक्षार्थियों की व्यवस्था के लिए 24 घंटे के लिए कर्मचारियों की डयूटी लगाई है। उक्त कर्मचारी अलग-अलग शिफ्ट में कार्य कर क्षेत्र से परीक्षा देने जाने वाले परीक्षार्थियों की व्यवस्था सुनिश्चिित कर रहे हैं। ताकि परीक्षार्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। रोडवेज प्रशासन का कहना है किसी परीक्षार्थी को समस्या आने पर डिपो में संकर्प कर सकते हैं।
जिन कार्मिकों की डयूटी लगाई है वे बस स्टैंडों पर भीड़-भाड़ नहीं हो, परीक्षार्थियों के लिए बसों की व्यवस्था करने, उनको बसों में बिठाने का कार्य कर रहे हैं। प्रबंधक यातायात श्याम बाबू सिसोदिया के मुताबिक शुक्रवार को रूटीन की तरह से आवागमन जारी रही, कहीं भी परीक्षार्थियों की भीड़ नजर नहीं आई। यदि सुबह अधिक भीड़ रही तो अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाएगी और बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे।
26 जुलाई तक रहेगी बसों में भीड़, आम यात्रियों को हो सकती है परेशानी उल्लेखनीय है कि रीट परीक्षा शनिवार व रविवार को दो-दो पारियों में आयोजित होगी। इस परीक्षा में प्रदेशभर में करीब 15 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। जिसमें अकेले जयपुर जिले में ही करीब 3.50 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा को लेकर गुरुवार से ही परीक्षार्थियों का आवागमन शुरू हो चुका है। परीक्षा को लेकर सरकार ने 21 से 26 जुलाई तक परीक्षार्थियों की यात्रा निशुल्क कर रखी है। परीक्षार्थियों का जना गुरूवार दोपहर बाद से ही शुरू हो चुका है, जो कि शुक्रवार को भी जारी रहा। अधिकांश छात्रों का परीक्षा सेंटर जिले में होने से सुबह अधिक भीड़ रह सकती है। इससे आम यात्रियों को बसों में परेशानी उठानी पड़ सकती है।