लॉकडाउन की सख्ती की वजह से लोग घरों से नहीं निकले। नतीजन अप्रेल माह में सड़क हादसों में भारी कमी आई और कई लोग हादसों का शिकार होने से बच गए। पिछले साल अप्रेल-मई के हादसों की तुलना में जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में 118 हादसे कम हुए इनमें 57 लोगों का जीवन बच गया।
क्या कहते हैं आंकड़े
आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले साल अप्रेल-मई में 201 सड़क दुर्घटनाएं हुई। इनमें 210 लोग घायल और 110 की मौत हुई। जबकि इस साल अप्रेल-मई माह में लॉकडाउन की वजह से पिछले साल की तुलना में 110 हादसें कम हुए और 57 मौतें कम हुई और घायलों का आंकड़ा भी 160 कम हुआ। जबकि इस साल अप्रेल व मई माह में 83 सड़क हादसे हुए हैं। इनमें 53 लोगों की मौत हुई है। वहीं 58 लोग घायल हुए हैं।
मई में हादसे ज्यादा
लॉकडाउन के पहले व दूसरे चरण की बजाय तीसरे व चौथे चरण में हादसे ज्यादा हुए। इसमें मौत व घायलों का आंकड़ा 35 से अधिक पार कर गया। मई माह में लॉकडाउन के पहले व दूसरे चरण में ढील की वजह से लोगों की आवाजाही बढ़ी जिसके कारण सड़क हादसे हुए। अप्रेल की तुलना में मई में 41 हादसे ज्यादा हुए और 21 मौतें बढ़ी। वहीं घायलों का आंकड़ा भी 40 बढ़ा।
नेशनल हाईवे पर हुए हादसे कम
जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे पर भी सड़क हादसे कम हुए है। इस दौरान वाहनों की आवाजाही बंद रहने से पिछले साल के मुकाबले काफी कम है। लॉकडाउन में लोग घरों में रह रहे हैं। लोगों की सड़क व बाजारों में आवाजाही कम रही। यातायात का संचालन कम होने के कारण सड़क दुर्घटनाएं भी घटी है।
अप्रेल 2020 अप्रेल 2019
हादसे 21 102
मौतें 16 51
घायल 9 112
————-
मई 2020 मई 2019
हादसे 62 99
मौतें 3 7 59
घायल 49 106
————————–
इनका कहना है-
पिछले साल की तुलना में इस बार अप्रेल और मई माह में सड़क हादसे कम हुए है। लोगों की सड़क व बाजारों में आवाजाही कम रही। यातायात का संचालन कम होने के कारण सड़क दुर्घटनाएं भी घटी है। हादसों में कमी लाने के लिए लोगों को यातायात नियमों की पालना करना जरूरी है।
—–शंकरदत्त शर्मा, एसपी, ग्रामीण जयपुर।