scriptओवरलोड से सड़कें छलनी, कोटपूतली की सड़कों पर जंग लड़ रही ‘जिदंगी ‘ देखें तस्वीरें… | Road overcrowded due to overload | Patrika News

ओवरलोड से सड़कें छलनी, कोटपूतली की सड़कों पर जंग लड़ रही ‘जिदंगी ‘ देखें तस्वीरें…

locationबस्सीPublished: Sep 15, 2019 11:44:20 pm

Submitted by:

Surendra

उड़ती धूल से सिलिकोसिस का खतरा, नीमकाथाना मार्ग की हालत दिनो दिन हो रही बदतर

ओवरलोड से सड़कें छलनी, कोटपूतली की सड़कों पर जंग लड़ रही 'जिदंगी ' देखें तस्वीरें...

ओवरलोड से सड़कें छलनी, कोटपूतली की सड़कों पर जंग लड़ रही ‘जिदंगी ‘ देखें तस्वीरें…

कोटपूतली. कोटपूतली नीमकाथाना मार्ग पर ओवरलोड वाहनों के संचालन से गहरे गड्ढे जान के लिए खतरा बने हुए हैं। जर्जर सड़क का निर्माण तो दूर एक-डेढ़ फीट तक के गड्ढों का पेचवर्क तक नहीं हेाने से गहरे गड्ढों के बीच वाहन चलाना जिंदगी की जंग लडऩे के समान है। रात के समय गड्ढे नहीं दिखाई देने पर दुपहिया चालकों के लिए ये मौत के गड्ढे बने हुए हैं। वहीं, ओवरलोड वाहनों से उड़ती धूल से सड़क के किनारे बसे लोगों से सिलिकोसिस का खतरा हो रहा है। राज्य सड़क विकास निगम भी इस सड़क की सुध नहीं ले रहा है। नारहेड़ा में सड़क की हालत अधिक खराब है। यहां कई स्थानों पर सड़क का नामोनिशान मिट गया।
ओवरलोड़ वाहनों व सड़क से उठने वाली धूल के गुबार से आगे चल रहे वाहन दिखाई नहीं देने से टकराने का अंदेशा बना रहता है। गड्ढो के चलते ओवरलोड वाहनों के बीच सड़क पर खराब होने से यातायात बाधित हो जाता है। वाहनों के आमने सामने फंसने से कई बार जाम लग जाता है।
क्या है सिलिकोसिस

आम जन के लगातार धूल व डस्ट के सम्पर्क में रहने पर धूल के फेफड़ों में जमने से इनमें संक्रमण हो जाता है और पीडि़त को सांस लेने में परेशानी होती है। इससे मरीज का दम घुटने लगता है। इससे व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है।
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व्यापार पर पड़ रहा असर

नीमकाथाना मार्ग क्षेत्र का मुख्य व्यापारिक केन्द्र होने से व्यापार पर भी असर हो रहा है। यहां के दुकानदारों का कहना है कि सड़क के खस्ताहाल होने और ओवरलोड वाहनों से उडऩे वाली धूल के फेर में क्षेत्र के गांवों से आने वाले छोटे-छोटे दुकानदारों व लोगों ने सामान की खरीदारी करने के लिए यहां आना तक छोड़ दिया है। इन्होंने दूसरे कस्बों से खरीदारी शुरू कर दी है। कस्बे के अलावा सरूण्ड, नारहेड़ा, गांवों में सड़क के किनारे बड़ी संख्या में स्थित दुकानदारों को धूल से रूबरू होना पड़ता है।
दुर्घटनाओं के आंकड़े (कोटपूूतली, सरूण्ड व पनियाला थाना)

वर्ष कुल हादसे मृतक घायल

2015 325 135 311
2016 331 132 318

2017 312 150 310
2018 316 134 314

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वसूली पर ध्यान, समस्या पर नहीं
नीमकाथाना मार्ग को स्टेट हाइवे में तब्दील करने के साथ ही इस मार्ग पर राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम की ओर से टोल वसूल जा रहा है, लेकिन मार्ग पर टोल वसूली के बावजूद इसकी कभी मरम्मत नहीं होती है। राजमार्ग होने के बाद भी नीमकाथाना मार्ग की 50 किलोमीटर की दूरी तय करने में डेढ़ घण्टा लग जाता है। यहां से कल्याणपुरा कुहाड़ा तक सड़क की हालत अधिक खराब है। (नि.सं.)
नीमकाथाना मार्ग सड़क विकास निगम के अधीन है। मार्ग ही हालत में सुधार व नवीनीकरण के लिए निगम के अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। कस्बे में दो किलोमीटर दूर तक मार्ग को सीमेन्टेड बनाने व दोनों ओर नालियों और इस पर डिवाइडर बनाने के प्रस्ताव भेजे हुए है।
बनवारीलाल सिंघल, एईएन, सार्वजनिक निर्माण विभाग कोटपूतली

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