एटक यूनियन के महावीर शर्मा ने कहा कि रोडवेज प्रशासन की ओर से कर्मचारियों की भर्ती करने के बजाय मौजूद कर्मचारियों से ओवरडयूटी कराई जा रही है। चालक-परचिालकों को नियमानुसार रेस्ट नहीं मिलने से परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि कई बार तो नींद तक पूरी नहीं हो पाती है। उन्होंने अधिकारियों पर लापरवाही व रोडवेजकर्मियों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि पावटा के पास सडक़ हादसे में शाहपुरा डिपो की बस के चालक संजय शर्मा की मौत की सूचना पर कई सेवानिवृत कर्मचारी भी डिपो पहुंच गए और गेट के ताला लगाकर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ समय के लिए कार्मिकों ने बसों का संचालन भी रोक दिया, जिससे यात्रियों को भी काफी परेशानी हुई। बाद में डिपो प्रभारी शिप्रा सनीवाल ने कर्मचारियों को समझाया। तब जाकर कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया।
रोडवेज प्रशासन ने मृतक चालक के परिजनो को 10 हजार की आर्थिक सहायता दी
इधर, घटना के बाद रोडवेज निगम कोटपूतली व शाहपुरा के अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे और घटना की जानकारी दी। इसके बाद बीडीएम अस्पताल जाकर घायलों की कुलशक्षेम पूछी। शाहपुरा डिपो के प्रबंधक प्रशासन श्याम बाबू सिसोदिया ने बताया कि रोडवेज के कोटपूतली चीफ मैनेजर पवन कुमार सैनी, शाहपुरा डिपो प्रभारी शिप्रा सानीवाल ने रोडवेज निगम की ओर से मृतक चालक संजय शर्मा के परिजनों को निगम की अेार से 10 हजार की आर्थिक सहायता राशि सौंपी है। साथ ही अधिकारियों ने मृतक चालक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे बांदीकुई स्थित घर रवाना किया।
यात्रियों को दूसरी बसों से रवाना कराया
रोडवेज अधिकारियों ने बस में सवार यात्रियों और घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद शाहपुरा से दूसरी रोडवेज बस मंगवा कर गंतव्य के लिए रवाना किया। इस दौरान रोडवेज प्रबंधक प्रशासन श्याम बाबू सिसोदिया, मैकेनिक हरसहाय जाट सहित कई कर्मचारी मौजूद थे।
—- निगम प्रशासन की ओर से तय किए गए शिडयूल के अनुसार ही कार्य कराया जा रहा है। लम्बी डयूटी के बाद नियमानुसार रेस्ट दिया जा रहा है। कर्मचारियों को समझा दिया है। ——श्याम बाबू सिसोदिया, प्रबंधक यातायात, शाहपुरा डिपो