जल संकट का निराकरण कराने का प्रयास
वही बीसलपुर जलापूर्ति भी नियमित नहीं होने से जल संकट की समस्या बनी हुई है। इधर, सरपंच किशनलाल गुर्जर ने बताया कि जलदाय विभाग की बनी पेयजल टंकी को सुचारू करने के लिए जल प्रदाय योजना के अधिकारियों को अवगत कराकर जल संकट का निराकरण कराने का प्रयास करेंगे।
वही बीसलपुर जलापूर्ति भी नियमित नहीं होने से जल संकट की समस्या बनी हुई है। इधर, सरपंच किशनलाल गुर्जर ने बताया कि जलदाय विभाग की बनी पेयजल टंकी को सुचारू करने के लिए जल प्रदाय योजना के अधिकारियों को अवगत कराकर जल संकट का निराकरण कराने का प्रयास करेंगे।
बीसलपुर जलापूर्ति नियमित नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी
वहीं शेरपुरा में बीसलपुर जलापूर्ति नियमित नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते लोगों को महंगे दामों में निजी टैंकरों से पानी खरीदना मजबूरी बना हुआ है। स्थानीय कालूराम थौरी, बजरंगलाल जाट ने बताया कि जलदाय विभाग एवं बीसलपुर परियोजना के अधिकारियों की उदासीनता के चलते ग्राम शेरपुरा में जलापूर्ति नियमित नहीं हो रही है। करीब 2 दिन के अंतराल से आपूर्ति की जाती है वह भी बीसलपुर के बने प्वाइंटों पर कम प्रेसर आने के चलते पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। जिससे पॉइंट नाकारा होने के साथ शोपीस बन रखे हैं। लोगों का आरोप है कि ग्राम में लगे एकल बिंदु बोरिंग एवं हेडपंप जलस्तर गिरने से नाकारा होते दिखाई दे रहे हैं।
वहीं शेरपुरा में बीसलपुर जलापूर्ति नियमित नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते लोगों को महंगे दामों में निजी टैंकरों से पानी खरीदना मजबूरी बना हुआ है। स्थानीय कालूराम थौरी, बजरंगलाल जाट ने बताया कि जलदाय विभाग एवं बीसलपुर परियोजना के अधिकारियों की उदासीनता के चलते ग्राम शेरपुरा में जलापूर्ति नियमित नहीं हो रही है। करीब 2 दिन के अंतराल से आपूर्ति की जाती है वह भी बीसलपुर के बने प्वाइंटों पर कम प्रेसर आने के चलते पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। जिससे पॉइंट नाकारा होने के साथ शोपीस बन रखे हैं। लोगों का आरोप है कि ग्राम में लगे एकल बिंदु बोरिंग एवं हेडपंप जलस्तर गिरने से नाकारा होते दिखाई दे रहे हैं।
कंडेरियों की ढाणी में पेयजल संकट
बिचून. राजस्व गांव कंडेरियों की ढाणी में पिछले 1 साल से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। 1 साल से एक हैंडपंप खराब है वहीं पिछले 1 माह से दो हैंडपंप भी नाकारा हो गए हैं। पानी छोड़ गए हैं वह सिर्फ हवा फेंक रहे हैं बीसलपुर का पानी 7 दिन में एक बार आता है जिससे लोगों को महंगे दामों में टैंकरों से जलापूर्ति करनी पड़ रही है। इस संबंध में बीसलपुर अधिकारियों व स्थानीय प्रशासन को कई बार अवगत कराया लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। ग्रामीण दुर्गानारायण, ताराचंद, रामअवतार, मूलचंद तेज प्रकाश आदि ने बताया कि पेयजल संकट के समाधान के लिए प्रशासन को कई बार अवगत कराया लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।
बिचून. राजस्व गांव कंडेरियों की ढाणी में पिछले 1 साल से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। 1 साल से एक हैंडपंप खराब है वहीं पिछले 1 माह से दो हैंडपंप भी नाकारा हो गए हैं। पानी छोड़ गए हैं वह सिर्फ हवा फेंक रहे हैं बीसलपुर का पानी 7 दिन में एक बार आता है जिससे लोगों को महंगे दामों में टैंकरों से जलापूर्ति करनी पड़ रही है। इस संबंध में बीसलपुर अधिकारियों व स्थानीय प्रशासन को कई बार अवगत कराया लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। ग्रामीण दुर्गानारायण, ताराचंद, रामअवतार, मूलचंद तेज प्रकाश आदि ने बताया कि पेयजल संकट के समाधान के लिए प्रशासन को कई बार अवगत कराया लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।