जेसीबी एवं पेड़े लगाकर अवैध खनन…
डीएफओ वीरसिंह ने बताया कि ढूंढ नदी में लगातार जेसीबी एवं पेड़े लगाकर अवैध खनन की बार-बार शिकायतें आ रहीं थी। ऐसे में गश्ती दल व नाका टीम को कार्रवाई के आदेश दिए।
डीएफओ वीरसिंह ने बताया कि ढूंढ नदी में लगातार जेसीबी एवं पेड़े लगाकर अवैध खनन की बार-बार शिकायतें आ रहीं थी। ऐसे में गश्ती दल व नाका टीम को कार्रवाई के आदेश दिए।
ट्रैक्टर ट्रॉली जब्त…
टीम ने मौके से 6 ट्रैक्टर ट्रॉली बजरी भरे हुए व एक ट्रैक्टर ट्रॉली खाली जब्त किए है। साथ ही खनन में उपयोग होने वाले फावड़ी, परात आदि सामानों को जब्त किया गया है। वन विभाग के पहुंचने की पर खनन माफिया मौके से फरार होने में सफल हो गए। टीम में गश्ती दल अधिकारी कैलाश चंद नेहरा, वन रक्षक लालचंद, अमर सिंह, महेंद्र सिंह, सज्जन सिंह एवं कानोता नाका प्रभारी नवरत्न शर्मा, सहायक वनपाल चेतराम, वन रक्षक ओमप्रकाश यादव, सतीश द्विवेदी, जितेन्द्र जांगिड़, रामकिशोर आदि मौजूद रहे।
टीम ने मौके से 6 ट्रैक्टर ट्रॉली बजरी भरे हुए व एक ट्रैक्टर ट्रॉली खाली जब्त किए है। साथ ही खनन में उपयोग होने वाले फावड़ी, परात आदि सामानों को जब्त किया गया है। वन विभाग के पहुंचने की पर खनन माफिया मौके से फरार होने में सफल हो गए। टीम में गश्ती दल अधिकारी कैलाश चंद नेहरा, वन रक्षक लालचंद, अमर सिंह, महेंद्र सिंह, सज्जन सिंह एवं कानोता नाका प्रभारी नवरत्न शर्मा, सहायक वनपाल चेतराम, वन रक्षक ओमप्रकाश यादव, सतीश द्विवेदी, जितेन्द्र जांगिड़, रामकिशोर आदि मौजूद रहे।
देर रात से अलसुबह तक चल रही मशीनें…
कोरोना काल के चलते पिछले 3 महीने से कानोता नाका क्षेत्र मे खनन माफिया द्वारा देर रात से अलसुबह तक जेसीबी के माध्यम से धड़ल्ले से खनन किया जा है। ढूंढ नदी क्षेत्र में करीब एक दर्जन से अधिक जगहों पर खनन माफिया ने प्वाइंंट बना रखे है। जिसमे सांख, सिंदोली, कानड़वास, हिंगोनिया, बाल्यावाला, रीको, बगराना सहित ढूंढ नदी पुलिया के पास लगातार बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है।
कोरोना काल के चलते पिछले 3 महीने से कानोता नाका क्षेत्र मे खनन माफिया द्वारा देर रात से अलसुबह तक जेसीबी के माध्यम से धड़ल्ले से खनन किया जा है। ढूंढ नदी क्षेत्र में करीब एक दर्जन से अधिक जगहों पर खनन माफिया ने प्वाइंंट बना रखे है। जिसमे सांख, सिंदोली, कानड़वास, हिंगोनिया, बाल्यावाला, रीको, बगराना सहित ढूंढ नदी पुलिया के पास लगातार बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है।
कूट रहे चांदी…
कानोता इलाके में दर्जनों ईंट भट्टे संचालित है जिसमे जमीन से मिट्टी खोदकर कच्ची ईंट बनाई जाती है। ऐसे में काश्तकार खेत की जमीन की मिट्टी को महंगे दामों में बेच देते है और खनन माफिया से सांठ-गांठ कर खेत में नदी से मिट्टी डलवाकर दोबारा भर लेते है। काश्तकार महंगे दामों में खेत की मिट्टी बेचकर खनन मफिया को कम रकम देकर खेत में दोबारा मिट्टी भरवा लेते है। खननकर्ता जेसीबी और ट्रैक्टर लगाकर रातोंरात खेत में मिट्टी भरकर लाखों रुपए कमा रहे है।
कानोता इलाके में दर्जनों ईंट भट्टे संचालित है जिसमे जमीन से मिट्टी खोदकर कच्ची ईंट बनाई जाती है। ऐसे में काश्तकार खेत की जमीन की मिट्टी को महंगे दामों में बेच देते है और खनन माफिया से सांठ-गांठ कर खेत में नदी से मिट्टी डलवाकर दोबारा भर लेते है। काश्तकार महंगे दामों में खेत की मिट्टी बेचकर खनन मफिया को कम रकम देकर खेत में दोबारा मिट्टी भरवा लेते है। खननकर्ता जेसीबी और ट्रैक्टर लगाकर रातोंरात खेत में मिट्टी भरकर लाखों रुपए कमा रहे है।
बचाव के लिए बनाए कई रास्ते…
ढूंढ नदी क्षेत्र में किए जा रहे खनन माफिया अपने बचाव के लिए दर्जनों रास्ते बना रखे है। ऐसे में खनन विभाग द्वारा कार्रवाई किए जाने की भनक लगते ही अलग-अलग रास्तों से फरार हो जाते है। वन अधिकारियों द्वारा कई बार रास्तों को अवरुद्ध भी किया जा चुका है लेकिन रास्तों को जेसीबी से ठीक कर वाहनों को निकाल लेते है।
ढूंढ नदी क्षेत्र में किए जा रहे खनन माफिया अपने बचाव के लिए दर्जनों रास्ते बना रखे है। ऐसे में खनन विभाग द्वारा कार्रवाई किए जाने की भनक लगते ही अलग-अलग रास्तों से फरार हो जाते है। वन अधिकारियों द्वारा कई बार रास्तों को अवरुद्ध भी किया जा चुका है लेकिन रास्तों को जेसीबी से ठीक कर वाहनों को निकाल लेते है।
इनका कहना है…
ढूंढ नदी से बार-बार अवैध खनन की सूचना मिल रही है। ऐसे मे माफिया के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही रात और दिन में गश्त बढ़ा दी जाएगी।
—पृथ्वीराज मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी बस्सी
ढूंढ नदी से बार-बार अवैध खनन की सूचना मिल रही है। ऐसे मे माफिया के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही रात और दिन में गश्त बढ़ा दी जाएगी।
—पृथ्वीराज मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी बस्सी