scriptशरद पूर्णिमा महोत्सव: ठाकुरजी को पहनाए धवल वस्त्र | Sharad Purnima Mahotsav: Dhawal garments worn by Thakurji | Patrika News

शरद पूर्णिमा महोत्सव: ठाकुरजी को पहनाए धवल वस्त्र

locationबस्सीPublished: Oct 31, 2020 10:50:06 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

मंदिरों में भगवान की झांकियां सजाकर हुए भजन कीर्तन कर लगाया खीर का भोग

शरद पूर्णिमा महोत्सव: ठाकुरजी को पहनाए धवल वस्त्र

शरद पूर्णिमा महोत्सव: ठाकुरजी को पहनाए धवल वस्त्र

चौमूं। शहर सहित ग्रामीण अंचल में शनिवार को शरद पूर्णिमा महोत्सव के तहत मंदिरों में भगवान की झांकियां सजा कर खीर का भोग लगाया। भजन कीर्तन हुए। भोग के बाद खीर को प्रसाद के तौर पर वितरित किया। शहर के लक्ष्मीनाथ मंदिर में भगवान को धवल वस्त्र धारण कराकर झांकी सजाई।
जत्तीजी महाराज मंदिर में चमत्कारी भैंरुजी महाराज के महंत मणि रतन सागर ने खीर का भोग लगाया। इस दौरान ब्राह्मण समाज की जिलाध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ उर्मिला शर्मा, जिलाध्यक्ष भुवनेश तिवाड़ी, संगठन मंत्री पंडित रामस्वरूप शर्मा, महामंत्री इन्द्र वशिष्ठ, मुकेश चक्रवर्ती, रामबाबू आदि मौजूद थे। वहीं पुरोहितों का मोहल्ला स्थित जानकी नाथ मंदिर सहित कई मंदिरों में शरद पूर्णिमा मनाई।
औषधि खीर का वितरण
रामपुरा डाबड़ी. कस्बे सहित आसपास के गांवों में शनिवार रात शरद पूर्णिमा पर औषधीय खीर का वितरण किया गया। स्थानीय कस्बे के लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में तथा छुवर का बास छमेश्वर महादेव मंदिर में संत द्वारा शरद पूर्णिमा के पर्व पर चांदनी रात में रखी औषधीय खीर का संत द्वारा वितरण किया गया। जाहोता कस्बे गोपीनाथ जी के मंदिर व लक्ष्मीनाथ मंदिर तथा अन्य मंदिरों में भी औषधीय खीर का श्रद्धालु भक्तों को वितरण किया गया।
शरद पूर्णिमा महोत्सव
मानपुरामाचैड़ी. कस्बे सहित क्षेत्र के ग्राम रूंडल, जाटावाली, गठवाड़ा, बिलौची, कानपुरा के मंदिरों में शरद पूर्णिमा महोत्सव मनाया। श्री गोपालजी मंदिर के महंत रामगोपाल शर्मा ने बताया कि पुरुष सूक्त श्री सूक्त गोपाल सहस्त्रनाम वेद मंत्रों से भगवान को पंचामृत स्नान करवाकर सफेद पोशाक धारण करवाई। श्री गोपालजी का मंदिर में गोपीनाथजी, नरसिंह भगवान, गोविंददेव, कल्याण धणी, संतों की घाटी श्री सिद्देश्वर संकटमोचन बालाजी टोडी बावड़ी, जानकीदास मंदिर में मनोहर झांकी सजाई गई। मंदिरों में भजन संध्या का आयोजन हुआ। रात्रि को खीर का भोग लगाकर महाआरती करके प्रसाद वितरण किया।
देवालयों पर हुए भजन
कालाडेरा. कस्बे के प्रमुख आराध्य श्रीजी मन्दिर, सरस्वती माता मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर सहित अन्य देवालयो में शनिवार रात शरद पूर्णिमा महोत्सव मनाया। देवालयो में नव धवल पोशाक धारण करवाई। भजन-कीर्तन हुए। रात १२ बजे ठाकुरजी की महाआरती कर चन्द्रमा की धवल रोशनी में रखी गई औषधीयुक्त खीर का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया गया।
धवल वस्त्र धारण कराए
सामोद. कस्बे सहित आसपास क्षेत्र के मंदिरों में शनिवार को शरद पूर्णिमा मनाई गई। इस दौरान मंदिरों में ठाकुरजी को धवल वस्त्र धारण करवाकर झांकियां सजाईं। साथ ही चंद्रमा की सोलह कलाओं में खीर को शीतल कर भोग लगा कर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया। सामोद स्थित वीर हनुमान मंदिर में जगतगुरू देवाचार्य महाराज व शक्तिपीठ महामाया मंदिर में महंत मोहनदास महाराज के सान्निध्य में शरद पूर्णिमा सादगीपूर्ण तरीके से मनाई गई। शनिवार को माता को धवल वस्त्र धारण करा झांकी सजाई गई। खीर का भोग लगाया। इस दौरान ठाकुरजी सहित सभी देव विग्रहों को धवल वस्त्र धारण करा झांकी सजाई। साथ ही रघुनाथ मंदिर, नृसिंह मंदिर व सीताराम मंदिर, महारकलां स्थित मालेश्वरनाथ मन्दिर में महन्त महेश व्यास व जनसुख धाम आश्रम में संत जन सुखदास महाराज के सान्निध्य में शरद पूर्णिमा मनाई।
सुख समृद्धि की कामना
जालसू. जालसू सहित देवगुढ़ा, बरणा, रायथल, गुढासुर्जन, मोडी, बावड़ी, श्रीपुरा, प्रतापपुरा आदि गांवों में रविवार को शरद पूर्णिमा शनिवार को मनाई। मन्दिरों में श्रद्धालुओं ने विशेष पूजा अर्चना कर घर में सुख समृद्धि की कामना की। रात को खीर बनाकर चांदनी में रखा। बाद में भगवान के भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया।
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