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मोबाइल के जमाने में भी थाने में नहीं कर सकते सम्पर्क,सूचना देनी है तो जाओ थाने

locationबस्सीPublished: Sep 18, 2019 05:04:43 pm

Submitted by:

vinod sharma

jaipur news तूंगा थाना : 80 गांव, 15 पंचायत और 1 पुलिस चौकी है अधीन, थाने का 1625 रुपए का बिल बकाया तो बीएसएनएल ने की सेवाएं बंद, आपातकालीन स्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम में बजाते है घंटी

मोबाइल के जमाने में भी थाने में नहीं कर सकते सम्पर्क,सूचना देनी है तो जाओ थाने

मोबाइल के जमाने में भी थाने में नहीं कर सकते सम्पर्क,सूचना देनी है तो जाओ थाने

देवगांव (बस्सी)। यदि आप को आपातकालीन स्थिति में jaipur police commissionerate जयपुर पुलिस कमिश्नरेट पूर्व के तूंगा पुलिस से सम्पर्क करना पड़े तो आप थाने के लैडलाइन पर बातचीत के चक्कर में वक्त बर्बाद ना करें। क्योंकि फोन करने पर आपको जवाब मिलेगा ‘जिस नम्बर से आप सम्पर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, वह अभी सेवा में नहीं है। स्थिति कुछ ऐसी है कि बजट के अभाव में थाने के फोन का पिछले कई माह से बिल जमा नहीं कराया गया है। इसके चलते बीएसएनएल ने थाने को कनेक्शन काट दिया है। बिजली, पानी जैसे अन्य बड़े खर्चों की पूर्ति करने वाले थाने पर टेलीफोन का 1625 रुपए का बिल बकाया चल रहा है। इसमें ऐसा लग रहा है जैसे थाने को लैडलाइन फोन की जरूरत ही नहीं।
आमजन और कार्मिक परेशान
इससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही थाने में कम्प्यूटर पर कार्य करने वाले कर्मियों को भी दिक्कत हो रही है। ऐसे में आमजन को आपातकालीन स्थिति में सीधे इमरजेंसी नम्बर या पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना देकर काम चलाना पड़ रहा है।
मोबाइल के जमाने में भी थाने में नहीं कर सकते सम्पर्क,सूचना देनी है तो जाओ थाने
नहीं हो पा रहा सीधा सम्पर्क
पुलिस थाने के अधीन 80 से अधिक गांव, 01 पुलिस चौकी और 15 ग्राम पंचायत हैं। इतने लम्बे चौड़े परिक्षेत्र में घटना होने पर आमजन का पुलिस से सीधा सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। आए दिन सड़क दुघनाएं होना आम बात है लेकिन दुर्घटना होने पर लोग तत्काल पुलिस को सूचना नहीं दे पा रहे हैं। हालांकि थाने में लैडलाइन फोन के अलावा आमजन की सुविधा के लिए कांस्टेबल से लेकर थानाधिकारी को सरकारी फोन उपलब्ध करवा रखा है लेकिन वे हर किसी को जानकारी या पहुंच में नहीं हैं।
तत्काल मिले सूचना, तो पहुंचे
अक्सर सूचना के अभाव में दुर्घटना होने पर पुलिस देरी से पहुंच पाती है। आमजन तत्काल थाने के बेसिक फोन पर सूचना देता है लेकिन तूंगा थाने में लोग इधर-उधर से नम्बर लेकर पुलिसकर्मियों के फोन पर सूचना देते हैं। ऐसे में कई बाद काफी देर हो चुकी होती है। फोन खराब होने से चोरी, लूट सहित अन्य वारदातों में भी तत्काल पुलिस को सूचना मिलना मुश्किल हो जाता है।
स्वागत कक्ष के लिए बजट, फोन के लिए नहीं
हाल ही में पुलिस कमिश्नरेट जयपुर द्वारा जिले के तीन थानों को प्राथमिकता देते हुए स्वागत कक्ष का बजट स्वीकृत किया है। इनमें एक तूंगा थाना भी शामिल है। ऐसे में जब jaipur police commissionerate पुलिस कमिश्नरेट जयपुर तो एक ओर तूंगा थाने को तवज्जो दे रही है, वहीं थाने की स्थिति फोन का बिल जमा करने की भी नहीं है। ऐसे में थाने के पास बजट का
अभाव, गले नहीं उतरता।
पुलिसकर्मी भी हो रहे परेशान
बीएसएनएल के लैडलाइन के बंद रहने से आमजन के साथ ही पुलिसकर्मियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। थाने में कम्प्यूटर कार्य के लिए तीन पुलिसकर्मी है लेकिन लैडलाइन के बंद रहने से बीएसएनएल नेट की सुविधा भी बंद है। ऐसे में संबंधित पुलिसकर्मी को अपना मोबाइल फोन साथ लेकर बैठना पड़ता है। मोबाइल पर उपलब्ध इंटरनेट से कम्प्यूटर को कनेक्ट कर काम चलाना पड़ रहा है।
फैक्ट फाइल
80 से अधिक गांव हैं थाने के अधीन
15 ग्राम पंचायत हैं परिक्षेत्र में
01 पुलिस चौकी भी शामिल
1 लाख से अधिक की आबादी है थाना क्षेत्र में

इनका कहना है
बीएसएनएल के बिल जमा कराने के लिए बजट उपलब्ध नहीं था। ऐसे में बिल जमा नहीं हो पाया। इस कारण बीएसएनएल वालों ने कनेक्शन काट दिया।
महेन्द्रसिंह यादव, थानाधिकारी, तूंगा
तूंगा थाने का बिल जमा नहीं होने के थाने की फोन सुविधा बंद कर दी गई है।
लक्ष्मीनारायण शर्मा, टीएम, बीएसएनएल

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