विहिप के केदार टांक ने बताया कि विराटनगर के कुन्थुनाथ जैन मंदिर की मिट्टी भी अयोध्या भेजी जाएगी। इसी के अंतर्गत त्रिवेणी धाम से महंत राम रिछपाल दास महाराज, पुजारी रघुनंदन दास महाराज व मनीष दास महाराज ने गुरूवार को त्रिवेणीधाम की पवित्र मिट्टी विश्व हिंदू परिषद के केदार टांक व अन्य कार्यकर्ताओं को सौंपी।
केदार टांक ने आरती में उपस्थित श्रद्धालुओं को कहा कि यह भूमि पूजन केवल अयोध्या का ही नहीं है, बल्कि पूरे राष्ट्र भारत माता का पूजन है। जगत नियंता भगवान श्री राम सम्पूर्ण विश्व के आराध्य है। इसलिए हम धरती माता की जय भी बोलते हैं। अत: धरती माता का पूजन भी है। उन्होंने बताया कि नवम्बर 1989 में शिला पूजन कार्यक्रमों के माध्यम से प्रत्येक गांव की एक पूजित शिला भी अयोध्या भेजी गई थी। मंदिर निर्माण में उनका भी उपयोग होगा।
त्रिवेणीधाम के महंत रिछपाल दास महाराज ने भक्तों को कहा कि 5 अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन के समय अपने घरों में, मंदिरों में आरती, शंखनाद, घंटा- घडिय़ाल बजाएं और शाम को दीपावली की तरह घरों और मंदिरों में दीपक जलाएं। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड मंत्री कमलेश कश्यप, उपाध्यक्ष बनवारी लाल कुमावत, सुरेंद्र जांगिड़, बाडीजोड़ी के राकेश त्रिवेदी एवं अन्य राम भक्त उपस्थित थे।
इसके अलावा विराटनगर के कुन्थुनाथ जैन मंदिर की मिट्टी भी अयोध्या भेजी जाएगी। यहंा से भी पवित्र मिटटी को अयोध्या के लिए सौंपा गया। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने बताया कि अभी सभी जगह के धार्मिक स्थलों की पवित्र मिटटी एकत्रित की जा रही है। पवित्र मिटटी को जयपुर में एकत्रित करने के बाद अयोध्या के लिए भेजा जाएगा। जिससे अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में धार्मिक स्थलों की पवित्र मिटटी का भी पूजन होगा।