समाजसेवी व जिला शिक्षा समिति सदस्य कन्हैया लाल मीणा सहित अनेक लोगों ने बताया कि तार उलझने के बाद भी चालक ने ट्रक रोका नहीं। इससे चार पोल गिर गए। शाम होने के कारण व्यापारी व कस्बेवासी की आवाजाही कम हेाने से कोई जनहानि नहीं हुई। कस्बेवासियों का कहना है कि यह विद्युत लाइन काफ ी नीचे होने से हादसों का डर बना रहता है। कई बार विभाग को भी अवगत करवाने के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। जिससे यह हादसा हुआ। हादसे के बाद करीब 3 घंटे विद्युत आपूर्ति गुल रहने से लोगों को अंधेरे में परेशानी का सामना करना पड़ा।
बजट नहीं होने की दुहाई विद्युत निगम अधिकारियों से करीब 45 साल पुरानी व मुय बाजार में लटक रही लाइनो को खींचवाने की गुहार लगाई, लेकिन सुध नहीं ली। काम को बजट नहीं होने की दुहाई देकर बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है। कस्बे के मुय बाजार रामभवन के सामने 2 उच्च शक्ति के ट्रान्सफार्मर रखे है व यहां से झूल रही जर्जर लाइनों से कस्बे में विद्युत आपूर्ती की जा रही है। रामभवन से होली चौक होते हुए घंटाघर सहित करीब आधा दर्जन मोहल्लों में नीचे झूल रही लाइनों कभी भी बडा हादसा संभव है। व्यापारी राजेश कुमार प्रागपुरावाले, जगदीश प्रसाद जागिड, मनोहर लाल,सपत कुमार, हीरा लाल गुवारिया ने बताया कि कई बार इन ट्रांसफार्मरों से स्पार्किंग होती रहती है। इस सबन्ध में पावटा प्रधान रेखा मीणा व सरपंच पूजा अग्र्रवाल का कहना है कि विद्युत निगम सुध नहीं ले रहा। आमजन की जान राम हवाले वाली स्थिति में है।
स्वीकृति बिना कुछ नहीं कर सकते दोनों ट्रांसफार्मरों को ऊंचा करवाने व 11 केवी की लाइन को भूमि गत करवाने के लिए कई बार 45 लाख का एस्टीमेट विद्युत निगम को भेज दिया गया। हर बार इस एस्टीमेट को बजट नहीं होने की दुहाई देकर वापस कर दिया जाता है। स्वीकृति नहीं मिलने के कारण हम कुछ नहीं कर सकते है।
संजीव जाखड़, एईएन, पावटा