राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर हरियाणा के मानेसर से जयपुर तक 6-लेन सड़क का निर्माण कार्य पिछले काफी समय से प्रगति पर है। मनोहरपुर के मुख्य बस स्टैंड पर पुलिया का निर्माण होकर इस पर वाहनों की आवाजाही करीब दो साल पहले शुरू हो चुकी है, किंतु पुलिया के निर्माण के बाद में 6-लेन निर्माता कम्पनी पीसीपीएल और एनएचएआई प्रशासन का ध्यान सर्विस लेन नहीं होने के कारण कई स्थानों पर दो-तीन फिट गहरे गड्ढे हो गए, इससे छोटे दुपहियां के साथ बड़े वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इन वाहन चालकों को मनोहरपुर कस्बे और खोरा रोड़ के साथ ही मनोहरपुर-दौसा राष्ट्रीय राजमार्ग की और आवाजाही करनी होती है। राष्ट्रीय राजमार्ग ८ की सर्विस लेन पर स्थित इन गड्ढों के कारण हादसे की आशंका बनी रहती है। वर्षा के दिनों में इन गड्ढों में पानी भरने से हालात और भी गंभीर हो जाते है। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान इस सर्विस लाइन से अधिकांश अधिकारी गुजरे, लेकिन उन्होंने भी इस समस्या समाधान की दिशा में ठोस प्रयास करना उचित नहीं समझा।
इस बारे में राजस्थान हाइकोर्ट की और से साफ कहा गया है कि जब सड़क ही दुरस्त नहीं है तो ऐसे में वाहन चालकों से टोल वसुलना नाजायज है। सर्विस लाइन की सड़क पर कही-कही तो इतने गहरे गड्डे है कि दुपहियां वाहन चालकों की लगने वाले हिचकोलो से बाइक में लगी ट्यूब की नलकी तक टूट जाती है।
वाहन चालकों को मनोहरपुर कस्बे सहित आसपास के गांवों खोरा, सुराणा, छारसा, टोड़ी, दूधी आमलोदा सहित अन्य स्थानों पर स्थित दुकानों, सहकारी राशन की दुकानों, कारखानों सहित अन्य कारणों से आवाजाही करनी होती है, किंतु गड्डें से हरदम हादसे की संभावना बनी रहती है। वाहन चालकों और राहगीरों का कहना है कि इस बारे में प्रशासन को कई बार अवगत कराया है, किंतु उनका ध्यान इन गड्डों से होने वाली परेशानी की और नहीं जा रहा है। ग्रामीणों ने एनएचएआई के अधिकारियों को अवगत करा समस्या समाधान कराने की मांग की है।
जीसी माथुर, पी.डी. एनएचएआई