शहीद के भाई विकास जेवरिया ने बताया कि शहीद की पुण्यतिथि के उपलक्ष में शाहपुरा व मनोहरपुर में तिरंगा रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसके पोस्टर का विमोचन बाबा भगवान दास राजकीय महाविद्यालय चिमनपुरा में युवाओं की ओर से किया गया। जिसमें छात्र नेता वीरेंद्र चौधरी, अल्केश पलसानिया, सुरेश गुर्जर, अशोक जांगिड़, कपिल कसाना, विक्रम गुर्जर, विक्रम चौधरी, शहीद के पुत्र बृजेश जेवरिया सहित कई युवा मौजूद थे।
इसके बाद मनोहरपुर में मंगलम सर्किल पर भी पोस्टर का विमोचन किया गया। यहां धर्मेंद्र कुमार व्यास, योगेश गुप्ता, सुनील जाट, दीपक चौधरी, शशिकांत, सुरेश झाला, शशिकांत बेनीवाल, गोकुल मोहनपुरिया, वसीम, दीपक मालाकार सहित कई लोग मौजूद रहे।
नक्सलियों से लोहा लेते वक्त शहीद हुए थे मुकेश कुमार
रामपुरा निवासी शहीद मुकेश कुमार बुनकर का 2007 में सीआरपीएफ में चयन हुआ था। वर्ष 2009 में अरुणाचल प्रदेश में चुनावी ड्यूटी के दौरान बूथ केंद्र पर नक्सलियों ने हमला कर पेटियां ले जाने का प्रयास किया। इस पर शहीद मुकेश कुमार ने अपने साथियों के साथ नक्सलियों के छक्के छुड़ा दिए। उनकी जाबांजी को देखते हुए सीधा कोबरा बटालियन में चयन कर लिया गया।
रामपुरा निवासी शहीद मुकेश कुमार बुनकर का 2007 में सीआरपीएफ में चयन हुआ था। वर्ष 2009 में अरुणाचल प्रदेश में चुनावी ड्यूटी के दौरान बूथ केंद्र पर नक्सलियों ने हमला कर पेटियां ले जाने का प्रयास किया। इस पर शहीद मुकेश कुमार ने अपने साथियों के साथ नक्सलियों के छक्के छुड़ा दिए। उनकी जाबांजी को देखते हुए सीधा कोबरा बटालियन में चयन कर लिया गया।
वर्ष 2012 में झारखंड के रांची में डयूटी के दौरान 50 नक्सलियों ने बटालियन पर हमला कर दिया। जहां नक्सलियों से मुठभेड़ में मुकेश कुमार के 4 गोलियां लगी, फिर भी उसने चार नक्सलियों को मार गिराया। घायल मुकेश कुमार दिल्ली में उपचार के दौरान 8 दिन बाद 24 सितंबर 2012 को अमर हो गए। इसके बाद शहीद की पत्नी वीरांगना बीना देवी को 9 अप्रैल 2015 को दिल्ली में आयोजित शौर्य दिवस पर तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मरणोपरांत शौर्य वीरता मेडल से सम्मानित किया था।