बारिश के दिनों पहाड़ी क्षेत्र दांतिल बुचारा गुलाब गढ़ शुक्ला बास सुदरपुरा ढाढा कारोली पाछूडाला आदी ग्राम में सूखे हैंडपम्पों में पानी आ जाने से ये चालू हो जाते है। कनिष्ठ जलदाय अभियन्ता पावटा शिशुपालसिंह सैनी का कहना है कि 30 अप्रेल को जलदाय विभाग ने हैंडपम्प सुधारने के ठेके दिए है जो जलदाय विभाग के हैंडपम्प सही करेंगे। ग्राम पंचायत द्वारा लगाए गए हैंडपम्प ग्राम पंचायते अपने स्तर पर सही करवाएगी।
पावटा पंचायत समिति के विकास अधिकारी भागीरथ सैनी का कहना है कि पावटा पंचायत समिति में हैंडपम्प मिस्त्री की तादाद बढ़वाने के लिए उच्चाधिकारियों से आग्रह किया गया है। इधर पावटा सरपंच संघ अध्यक्ष नरपतसिंह शेखावत, कारोली सरपंच श्रवणसिंह, पावटा सरपंच उर्मिला अग्रवाल, प्रागपुरा सरपंच अशोक सैनी, ठिकरिया सरपंच दातिल, सरपंच रेणुका अग्रवाल, ठिकरिया सरपंच अर्चना गिठाला, भैसलाना सरपंच गीता कंवर, फतेहपुरा सरपंच प्रकाशसिंह राघव, कैरोडी सरपंच उदयसिह टसकोला सरपंच श्रवणदेवी यादव, लाडा का बास सरपंच सरोजमदन यादव, जोधपुरा सरपंच प्रहलाद मांठ, खेलना सरपंच राजकुमार धानका, दांतिल सरपंच किरण देवी, पुरुषोत्तम पुरा सरपंच विनोद कुमार सौभान, भांकरी सरपंच मेहरसिंह धनखड सहित कई सरपंचों का कहना कि कई ग्राम पंचयातों में पानी के लिए महज हैंडपम्प ही सहारा है। अधिकांश हैंडपम्प खराब होने से ग्रामीणों को दूर-दूर से पानी ढोकर लाना पड़ता है। ग्राम पंचायतों की निजी आय भी नहीं होने से हैंडपम्प सुधार के लिए मिस्त्री अपने स्तर पर करना पड़ता है, जिसका पारिश्रमिक व साजोसामान का पैसा भी जेब से भरना पड़ रहा है।
इस बारे में विधायक इन्द्राजसिंह गुर्जर का कहना है कि पावटा पंचायत समिति में मेरी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों के लिए विशेष रूप से नई जलप्रदाय योजनाएं स्वीकृत करवाकर व कई ग्राम पंचायतों में टैंकरों से पानी पहुंचा कर पेयजल समस्या का निदान किया जा रहा है। पेयजल की समस्या का प्राथमिकता से हल करने के मैं कृत संकल्पित हूं।