कर्मचारी पेड़ों पर मचान बनाकर बैठे…
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने निम्बी गांव में हनुमान मंदिर, हवाओदी, शैल कुटीर, उमरीधाम के वाटर पॉइंट्स देखने के बाद अजबगढ़ रेंज तक गए। अभयारण्य क्षेत्र की जमवारामगढ़ में 16 वाटर पॉइंट व रायसर रेंज में 15 वाटर पॉइंट या वाटर होल्स पर वन्यजीव गणना का कार्य वन विभाग के कर्मचारी पेड़ों पर मचान बनाकर कर रहे है। अबकि बार वनकर्मी चटकीले व सफेद रंग के कपड़े पहनने की बजाय पेड़ पौधों के रंग से मिले जुले कपड़े पहन रहे है। वन्यजीव गणना शनिवार को पूरी हो जाएगी। वनरक्षक गोकुल मीना ने बताया कि निम्बी नाके पर दो स्थानों पर वन्य जीवों की गणना की जा रही है। भांड्यावाला हनुमान मन्दिर के पीछे एनीकट पर कैमरा ट्रेप सिस्टम एवं दूसरी जगह वाटर हॉल के पास गणना की जा रही है। रायसर रेंज के अंतर्गत आने वाले बासना नाका में सहायक वनपाल रामगोपाल रैगर, वन रक्षक शिवदयाल जाट ने वन्यजीव गणना की।
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने निम्बी गांव में हनुमान मंदिर, हवाओदी, शैल कुटीर, उमरीधाम के वाटर पॉइंट्स देखने के बाद अजबगढ़ रेंज तक गए। अभयारण्य क्षेत्र की जमवारामगढ़ में 16 वाटर पॉइंट व रायसर रेंज में 15 वाटर पॉइंट या वाटर होल्स पर वन्यजीव गणना का कार्य वन विभाग के कर्मचारी पेड़ों पर मचान बनाकर कर रहे है। अबकि बार वनकर्मी चटकीले व सफेद रंग के कपड़े पहनने की बजाय पेड़ पौधों के रंग से मिले जुले कपड़े पहन रहे है। वन्यजीव गणना शनिवार को पूरी हो जाएगी। वनरक्षक गोकुल मीना ने बताया कि निम्बी नाके पर दो स्थानों पर वन्य जीवों की गणना की जा रही है। भांड्यावाला हनुमान मन्दिर के पीछे एनीकट पर कैमरा ट्रेप सिस्टम एवं दूसरी जगह वाटर हॉल के पास गणना की जा रही है। रायसर रेंज के अंतर्गत आने वाले बासना नाका में सहायक वनपाल रामगोपाल रैगर, वन रक्षक शिवदयाल जाट ने वन्यजीव गणना की।
इनका कहना है…
वन्यजीव गणना का कार्य बारिश के कारण बाधक हुआ है। बारिश होने से वाटर पॉइंट पर वन्यजीव नहीं आते है।
-प्रेमशंकर मीना, क्षेत्रिय वनाधिकारी,जमवारामगढ़
वन्यजीव गणना का कार्य बारिश के कारण बाधक हुआ है। बारिश होने से वाटर पॉइंट पर वन्यजीव नहीं आते है।
-प्रेमशंकर मीना, क्षेत्रिय वनाधिकारी,जमवारामगढ़