13 साल से अधिक आयु का था पैंथर वरिष्ठ पशु चिकित्साअधिकारी डॉ. हरीश गुर्जर ने बताया कि मृत पैंथर की उम्र 13 वर्ष से अधिक थी। इसकी आयु पूरी हो गई थी। इसकी लम्बाई 51 इंच व पूंछ की लम्बाई 35 इंच थी। पोस्टमार्टम के दौरान इसका आमाशय पूरी तरह खाली होने से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह कई दिनों से भूखा था। सर्दी के चलते निमोनिया होने से इसके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था। पैंथर के शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं मिले हैं। मृत पैंथर के पोस्टमार्टम के बाद इसका अन्तिम संस्कार किया।
आधा दर्जन है पैंथर रैन्जर सीताराम यादव ने बताया कि इस क्षेत्र के ग्राम कारौली पांछूडाला, दूदावास, बुचारा में पहाडिय़ों के बीच में आधा दर्जन पैंथर है। इसके अलावा बड़ी संख्या में जरख है। मौके पर नायब तहसीलदार नरेश शर्मा, एएसआई रामनिवास, फोरेस्टर ओकेश व सतपाल, पशु चिकित्सक डॉ. राकेश यादव व डॉ. विजयपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
4 साल में तीन पैंथर की मौत ग्राम जीणगोर में 20 मई 2015 को पानी तलाश में गांव में घुसे एक पैंथर की बिना मुण्डेर के कुंए में गिरने से मौत हो गई थी। इसके अलावा 21 जून 2017 को एक पैंथर के लोगों पर हमला करने से परेशान ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग की टीम ने एक पैंथर को पाछूडाला से पकड़कर उसे जयपुर जू पहुंचाया था। कारौली में 6 दिसम्बर 2017 को दो पैंथर के संघर्ष में एक की मौत हो गई थी।