विद्यालय की सैन्दर्यता के लिए ग्रीन हेज लगवाई गई। पेड़-पौधे लगवाने के लिए अच्छी मिट्टी डलवाकर विद्यालय सुरक्षा के चलते बची हुई चार दिवारी पर तार बंदी का कार्य प्रगति पर है। समिति में 3० युवाओं के साथ 20 से अधिक सरकारी कर्मचारी मौजूद है। सरकारी विद्यालयों के प्रति बच्चों के लगाव के लिए समिति हर संभव प्रयास कर रही है। विद्यालय परिसर में युवाओं ने किया पौधरोपण तथा सभी युवाओं ने इनकी देखभाल एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी का संकल्प लिया। समिति सदस्यों ने बताया की सभी सदस्य निजी स्तर पर विद्यालय विकास के लिए 2 लाख की राशि खर्च कर चुके है।
गौरतलब है की की पिछले कुछ वर्षो से सरकार की ओर से फ ण्ड नहीं आने के चलते विद्यालय के रंग रोगन का काम नहीं होने से जर्जर दिखने लगा था तथा पर्याप्त शिक्षक नहीं होने से शिक्षा स्तर में गिरावट को देखते हुए गांव के जागरूक युवाओं ने विद्यालय एवं क्षेत्र के बच्चो के लिए कुछ करने की ठाणी। इसके चलते युवाओ ने समुह का गठन कर विद्यालय विकास में जुट गए। और आज विद्यालय की तस्वीर बदल कर रख दी। साथ ही सरकारी सहायता के लिए स्थानिय विधायक बाबूलाल नागर से भी गुहार की जहां पर विद्यालय विकास के लिए पूर्ण आश्वस्त किया गया।
विद्यालय को निजी विद्यालय की तर्ज के लिए नवनिर्वाचित महिला सरपंच सुमन राजावत एवं समाजसेवी गजराजसिंह भी योगदान कर रहे है। सरपंच ने विद्यालय का निरीक्षण कर जब कक्षा 1-5 तक के बच्चों को जमीन पर बैठा देखा तो उन्होंने टेबल स्टूल की व्यवस्था करवाने, विद्यालय में इलेक्ट्रानिक बैल लगाने के साथ परिसर में 101 छायादार पौधे सौंपकर पौधरोपण कराया। बच्चों को पेयजल के लिए वाटर कुलर विद्यालय की प्रधानाध्यापक प्रज्ञा लक्ष्मी को प्रदान किया, ताकि बच्चों को ठण्डा पानी मिल सके।