लोगों को तैरना नहीं आने से डूब गया……
जानकारी अनुसार कस्बे के मध्य में पहाड़ों के मध्य बने सागर में गुरुवार दोपहर को कस्बा निवासी कानाराम कुम्हार (40) नहाने पहुंचा। सागर पर अन्य ग्रामीण भी नहा रहे थे। सागर के किनारे पर नहाते समय अचानक से पैर फिसलने से कानाराम सागर के गहरे पानी में चला गया। ग्रामीणों ने कानाराम को बचाने का प्रयास किया, लेकिन सागर किनारे बैठे लोगों को तैरना नहीं आने से डूब गया। ग्रामीणों ने कानाराम को बाहर निकालकर निजी वाहन से चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां से निम्स अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने कानाराम को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। वहीं परिजनों ने अचरोल सीएचसी में चिकित्सकों के नहीं मिलने का भी आरोप लगाया।
जानकारी अनुसार कस्बे के मध्य में पहाड़ों के मध्य बने सागर में गुरुवार दोपहर को कस्बा निवासी कानाराम कुम्हार (40) नहाने पहुंचा। सागर पर अन्य ग्रामीण भी नहा रहे थे। सागर के किनारे पर नहाते समय अचानक से पैर फिसलने से कानाराम सागर के गहरे पानी में चला गया। ग्रामीणों ने कानाराम को बचाने का प्रयास किया, लेकिन सागर किनारे बैठे लोगों को तैरना नहीं आने से डूब गया। ग्रामीणों ने कानाराम को बाहर निकालकर निजी वाहन से चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां से निम्स अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने कानाराम को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। वहीं परिजनों ने अचरोल सीएचसी में चिकित्सकों के नहीं मिलने का भी आरोप लगाया।
ग्रामीणों ने ढांढस बंधाया…..
कानाराम की पत्नी शांति देवी का घटना के बाद रो रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने परिवार जनों को ढांढस बंधाया। कानाराम के चार बेटी व एक बेटा है। जिनमें दो बेटी की शादी हो चुकी है। कानाराम मजदूरी करके जीवन यापन कर रहा था। ग्रामीणों ने प्रशासन से परिवार जनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।
कानाराम की पत्नी शांति देवी का घटना के बाद रो रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने परिवार जनों को ढांढस बंधाया। कानाराम के चार बेटी व एक बेटा है। जिनमें दो बेटी की शादी हो चुकी है। कानाराम मजदूरी करके जीवन यापन कर रहा था। ग्रामीणों ने प्रशासन से परिवार जनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।