पोल का संपर्क हाईटेंशन तार से हुआ
रविवार की सुबह इस गांव में रहने वाले बुधराम, सुखदास, लखमू, महेन्द्र यादव, चरण व अन्य मजदूर सीमेंट पोल को लगाने का काम कर रहे थे। इस दौरान पोल का संपर्क उपर से गुजरने वाली हाईटेंशन तार से हो गया। जिससे पोल में हाई वोल्टेज करंट प्रवाहित और इसका करंट लगने से पोल को पकड़े मजदूरों को जोर का झटका लगा। जिसमें मजदूर बुधराम (45) को करंट लगने से वह एक मीटर दूर जाकर गिरा। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इलाज के बाद खतरे से बाहर हैं ये मजदूर
वहीं सुखदास, लखमू, महेन्द्र यादव, चरण को भी करंट लगने से बेहोश होने पर महारानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर के मुताबिक इन सब की स्थिति खतरे से बाहर हैं। पुलिस ने पता लगाया है, कि उक्त पोल में सिर में लोहे की चार छड़ निकले हुए थे। जिनका संपर्क हाईटेंशन वायर से हुआ था। इसी वजह से सीमेंट पोल होने के बावजूद उसमे करंट का प्रवाह हुआ।
ट्रांसफार्मर बंद करने नहीं दिया ध्यान
उल्लेखनीय है कि विद्युत विभाग की ओर से गांव में बिजली खंभे लगाने का काम प्राइवेट कंपनी के ठेकेदारों को सौंपा गया है। जो अप्रशिक्षित ग्रामीणों को मजदूरी पर रखकर काम ले रहे हैं। बिना सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रख इन्हें जोखिम में डाला जा रहा है। कोयपाल में भी इसी तरह की लापरवाही सामने आई है। पोल लगाने के दौरान ट्रांसफार्मर को बंद नहीं किया गया। जिसकी वजह से हाईटेंशन तार में विद्युत प्रवाह हो रहा था, जो हादसे की वजह बनी।