बस्ती

चुनाव आयोग के सख्त निर्देश से परेशान प्रत्याशी, जनता में अपना इमेज ख़राब होने का सता रहा डर

चुनाव आयोग के राजनीति करना है तो क्रिमिनल इतिहास बताओ

बस्तीMay 04, 2019 / 04:03 pm

sarveshwari Mishra

Election Mission

बस्ती. लोकसभा चुनाव में कोई प्रत्याशी अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों पर पर्दा नहीं डाल पाएगा। इस बार चुनाव आयोग ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी की थी कि अब हर प्रत्याशी को अपने खिलाफ दर्ज ऐसे मामलों की जानकारी तीन-तीन बार बड़े अखबारों और न्यूज चैनलों में जारी करनी होगी, लेकिन चुनाव आयोग के सख्त निर्देश के बावजूद बस्ती लोकसभा के प्रत्याशी मीडिया से बचते नजर आ रहे हैं। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को जनता में अपना इमेज ख़राब होने का डर सता रहा है।

वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी और डीएम बस्ती डॉक्टर राजशेखर ने सभी लोकसभा प्रत्याशियों को इस सम्बंध में रिमाइंडर जारी किया है, उन्होंने जल्द से जल्द चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों को प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सामने अपने क्रिमिनल हिस्ट्री का ब्यौरा देने का निर्देश दिया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर राजशेखर ने बताया कि हर प्रत्याशी को नाम वापस लेने की आखिरी तारीख से लेकर मतदान की तारीख के बीच अलग-अलग दिनों में तीन बार प्रदेश के प्रमुख अखबारों और समाचार चैनलों में विज्ञापन जारी कर अपने खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी सार्वजनिक करना होगी। उन्होंने कहा कि इससे जनता को अपने प्रत्यशियों के बारे में जानकारी होगी और इस बात का निर्णय ले सकेंगे कि वोट किसे करना है। कहा कि मतदान दिवस के पहले तीन बार मीडिया के सामने सभी प्रत्याशियों को अपराधिक ब्यौरा देना होगा। ये बिल्कुल अनिवार्य है। हालांकि अभी तक किसी प्रत्याशी ने नहीं अपना आपराधिक रिकॉर्ड नामांकन के बाद पेश नहीं किया है जिसके लिए उन्हें रिमाइंडर भेज दिया है।
BY- Satish Srivastava
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