इसे भी पढ़ें बीजेपी नेता के पत्र से हड़कंप, पीएम को चिट्ठी लिखकर भगवान श्रीराम के लिये मांगा आवास गौरतलब हो कि एक नवंबर 2018 को यूपी के बस्ती जिले के भाजपा मीडिया संपर्क विभाग के जिला संयोजक नितेश शर्मा ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक आवास एलॉट किये जाने की मांग की थी। नितेश ने बताया है कि उनके पत्र को केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लेते हुए निस्तारण के लिेय राज्य सरकार को पत्र लिखा था। लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी अब तक इस बाबत कोई कदम नहीं उठाया गया।
इस लापरवाही पर आपत्ति जताते हुए नितेश ने कहा है कि किसी इंसान को तकलीफ होती हे तो वो भगवान से मदद मांगता है, लेकिन अयोध्या में भगवान राम खुद खुले आसमान के नीचे हैं। बावजूद इसके शासन-प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा। चेतावनी दी हे कि अगर उनके पत्र पर गंभीरतर पूर्वक विचार नहीं किया गया तो मांगों को मनवाने के लिये वो आंदोलन करेंगे। साथ ही यह भी जोड़ा कि श्रीराम का आवास हमारे लिये आध्यात्मिक भावना का विषय है। हमारी भावनाओं से खेलने वालों को हम क्षमा करने वाले नहीं।
बता दें कि नितेश के पत्र के निस्तारण के लिये केन्द्र की ओर से राजय सरकार को पत्र लिखा गया था। यूपी सरकार के लोक शिकायत अनुभाग मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से लापरवाही बरतते हुए उसे बस्ती जिले के जिलाधिकारी को निस्तारण के लिये भेज दिया, जबकि रामलला विराजमान अयोध्या में हैं। इस प्रकरण से नाराज बीजेपी नेता ने दोबारा पीएम मोदी को पत्र लिखकर प्रकरण के त्वरित निस्तारण की मांग की है।
बीते 26 दिसंबर 2018 को मऊ के बीजेपी सांसद हरिनारायण राजभर ने भी बयान दिया था कि अयोध्या में रामलला ठंड में बिना छत के हैं। उन्हें प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत एक घर बनवाया जाना चाहिये।