कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइंस निवासी व कांग्रेस नेता राना दिनेश प्रताप सिंह ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनोज कुमार की अदालत में पीएम नरेंद्र मोदी खिलाफ परिवाद काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के शिलान्यास के दौरान दिेय गए वक्तव्य से भावनाएं आहत होने का दावा कर दाखिल कयिा है। परिवाद में शिकायत की गयी है कि आठ मार्च 2019 को वाराणसी में प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का शिलान्यास करते समय जो बयान दिया था उससे भावनाएं आहत हुई हैं।
उन्होंने कहा था की ढाई सौ साल से बाबा भोले नाथ को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, आज मुक्ति का पर्व है। बाबा का मां गंगा से सीधा संबंध हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से यह लगता है कि वो खुद को शिव से भी सर्वोपरि मानते हैं। उनका यह बयान परिवादी और गवाहों ने टीवी पर सुना। इसके अलावा नौ मार्च के अखबारों में भी छपा। इस बयान से शिव भक्तों की भवनाएं आहत हुई हैं। केार्ट ने प्रकीण वाद की सुनवाई के लिये आठ अप्रैल की तारीख तय की है।
By Satish Srivastava