इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्रा अपनी टीम के साथ एक गोपनीय सूचना पर बभनान के पीडीएस गोदाम पर पहुंच गए। जहां सरकार किसानों से अनाज खरीदकर इसी गोदाम में लाकर रखती है और एक सप्लाई इंस्पेक्टर इस अनाज की क्वालिटी और देखरेख के लिये नियुक्त होता है। मगर बभनान के सरकारी गोदाम के अंदर क्वालिटी वाले अनाज को बदलकर बेहद घटिया राशन लाकर रख दिए गया।
डीएसओ ने जब गोदाम पर छापा मारा तो उनके भी होश उड़ गए। डीएसओ ने एसएमआई अरविंद गौतम को बुरी तरह से फटकार लगाई। डीएसओ ने एसएमआई को कहा कि, ये खराब चावल खाकर अगर कोई मर जाये तो जवाब कौन देगा। जिला पूर्ति अधिकारी ने एसएमआई को डांटा कि, मैं तुम्हारे खिलाफ रिपोर्ट लगाकर सीधा रासुका लगाउंगा दिमाग सही हो जाएगा। जब एसएमआई से अधिकारियों ने पूछा कि, ये चावल आया कहां से है तो वह माकूल जवाब नहीं दे सके। डीएसओ ने इस घटिया चावल को कोटेदारो को देने से तत्काल रोक लगाते हुये निर्देश दिया कि, जितनी बोरियों में अनाज खराब है वह खुद सही करो। बहरहाल अभी तक इस मामले में घोटालेबाज गोदाम प्रभारी को खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
input सतीश श्रीवास्तव