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वेटरनरी विश्वविद्यालय में डॉग शो चार को, शामिल होंगे कई नस्ल के श्वान

locationबस्तीPublished: Mar 03, 2017 09:20:00 am

वेटरनरी विश्वविद्यालय के रिकार्ड के मुताबिक बीकानेर में गलियों में घूमने वाले श्वानों की संख्या 30 से 40 हजार है।

dog show

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बीकानेर शहर में विभिन्न नस्लों के पालतू श्वान रखने वाले पंजीकृत परिवार ढाई हजार हैं। वेटरनरी विश्वविद्यालय के रिकार्ड के मुताबिक बीकानेर में गलियों में घूमने वाले श्वानों की संख्या 30 से 40 हजार है।
जिले में साल भर में कमोबेश साढ़े आठ हजार लोगों को आवारा श्वान ने काट खाया है। इन श्वानों के कारण हाइड्रो फोबिया से लेकर विभिन्न तरह के संक्रामक रोगों की भी आशंका रहती है। श्वानों के लिए कैनाइन वेलफेयर सोसायटी भी कार्यरत है। 
यह सोसायटी रैबीज वैक्सीन के कैम्प लगाती है। लोगों को श्वान रखने के लिए जागरूक बनाती है। बीकानेर में डॉग शो का आयोजन करती है। बीकानेर में बड़ी संख्या में आवारा श्वानों के अलावा विभिन्न देशी एवं विदेशी श्वानों की 18 से 20 नस्लें हैं। 
पालतू श्वानों की संख्या कमोबेश तीन हजार बताई जा रही है। इसमें से ढाई हजार कैनाइन वेलफेयर सोसायटी और नगर निगम में पंजीकृत हैं। दुनिया की मशहूर नस्ल रोडेशियन रिजबेग तथा सबसे छोटी नस्ल के श्वान मैक्सिकन चिहुआहुआ, सबसे बड़ा ग्रेटडेन और भारी भरकम सैन्ट बर्नार्ड श्वान के अलावा अन्य 94 नस्लों के श्वान बीकानेर में हैं। 
सोसायटी श्वान से मानव में होने वाली बीमारियों के प्रति भी लोगों को जागरूक बनाती है। रैबीज के अलावा गली के कुतों से होने वाले रोगों की रोकथाम की जानकारी दी जाती है। 

विभिन्न प्रजातियां देखने को मिलेगी
बीकानेर में 1990 से लगातार वेटरनरी महाविद्यालय में डॉग शो आयोजित किया जा रहा है। कैनाइन वेलफेयर सोसायटी के डॉ. अनिल आहूजा की देख-रेख में 4 मार्च को डॉग शो प्रस्तावित किया गया है। बीकानेर में अभी तक 19 डॉग शो में 94 नस्लों के डॉग आए हैं।
डॉ. अनिल आहूजा, राजूवास बीकानेर कैनायन वेलफेयर सोसायटी

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