बस्ती के कप्तानगंज थानाक्षेत्र के ओझगंज गांव के पास मनोरम नदी के सूरदास घाट पर रविवार सुबह की हलचल रोजाना से बिल्कुल अलग थी। नदी में दो लाशें देखी गयीं और सूचना देने के बाद लोग पुलिस का इंतजार कर रहे थे। थोड़ी ही देर में तेज सायरन बजाते हुए पुलिस वहां पहुंची और दोनों लाशें निकलवायी गयीं। युवक की पहचान कप्तानगंज थानाक्षेत्र के मानपुर गांव निवासी 20 साल के मो. साहिल और लड़की की उसी के स्कूल में पढ़ने वाली सोनल के रूप में हुई। पुलिस ने जब शव की शिनाख्त कर ली तो एक और राज खुला कि बीते 25 नवंबर को परिजनों ने सोनल की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवायी थी और साहिल भी अपने घर से लापता था। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था और दोनों एक साल पहले भी घर से भागे थे। उन्हें बहराइच से बरामद किया गया था। उस वक्त दोनों अपने परिजनों के साथ घर लौट गए थे, लेकिन शायद उनके बीच का प्यार कम नहीं हुआ और वो मिलते रहे।
जानकारी के मुताबिक इधर दोनों पिछले पांच दिनों से फिर लापता थे। खबर मिलते ही परिजन जब मौके पर पहुंचे और बच्चों की लाशें देखीं तो कोहराम मच गया। उनका कहना था कि बच्चों की हत्या की गयी है। पर सवाल यही था की अगर हत्या की गयी है तो उसके पीछे कौन है।
साहिल की मां अलीमा खातून का कहना था कि एक साल पहले जब उनके लड़के मो. साहिल के साथ लड़की पकड़ी गयी। तब उन लोगों ने पंचायत के बाद ढाई लाख रुपये दिये थे और बेटे को मुंबई भेज दिया था। घर में कोई प्रोग्राम पड़ा था इसलिये साहिल आया था। इस बीच फिर लड़की गायब हुई तो फिर दूसरे दिन उनके लड़के पर आरोप लगाया गया वही लेकर भागा है। दूसरे दिन से साहिल भी लापता हो गया। उन्होंने इसकी रिपोर्ट भी बस्ती में दर्ज करायी। साहिल के परिजनों का दावा है कि दोनों की हत्या कर लाश नदी में फेकी गयी है।
उधर इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो डेड बॉडी मिली है वह करीब पांच से छह दिन पुरानी है। कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
By Satish Srivastava