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बीजेपी ने सपा के बागी उम्मीदवार को दिया टिकट, विरोध में इतने बागियों कर दिया नामांकन, मुश्किल में बीजेपी

locationबस्तीPublished: Nov 13, 2017 11:59:35 am

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

यूपी की कई सीटों से बागी उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल कर बीजेपी उम्मीदवारों की परेशानी बढ़ा दी है।

BJP

बीजेपी

बस्ती. नगर निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के ऐलान के बाद बीजेपी को सबसे ज्यादा बगावत का सामना करना पड़ रहा है। कई सीटों से बागी उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल कर बीजेपी उम्मीदवारों की परेशानी बढ़ा दी है। बस्ती का बभनान नगर पंचायत एक ऐसी सीट है जहां प्रत्याशी कम बागी ज्यादा है। यहां इस बार सपा ने बीजेपी के बागी को टिकट दे दिया तो बीजेपी ने सपा के बागी को अपना उम्मीदवार बना दिया है। कांग्रेस से इस बार फिर से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व चेयरमैन मो. सईद को उम्मीदवार बनाया है। सपा से आए नेता को टिकट देने के विरोध में बीजेपी के दो बागी उम्मीदवारों ने यहां से पर्चा दाखिल कर बीजेपी की परेशानी बढ़ा दी है।
बीजेपी से बागी हुये सोनू पांडे ने आरोप लगाया कि जिसने समय मिलने के बाद भी अपने क्षेत्र के लोगों के लिये कुछ नहीं किया। वह किस मुंह से जनता के सामने दोबारा जायेगा। बभनान नगर पंचायत आज भी पिछड़ेपन की शिकार है। अधिकतर गांव आजादी के बाद से ही बिजली के लिये तरस रहे हैं, कैसे जनता उन्हें वोट देगी। जबकि बीजेपी के बागी होकर सपा के टिकट से चुनाव लड रहे श्री प्रकाश गुप्ता ने खुद के दलबदलू होने की मजबूरी गिनाई कि बीजेपी अब अपने सिद्धांत से भटक चुकी है, जबकि सपा से बागी होकर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रबल मलानी ने कहा वे बभनान की जनता के लिये कुछ करना चाहते हैं उन्होंने वहां मूलभूत सुविधाएं देने का भी वादा किया।
एक नजर में बभनान नगर पंचायत

बभनान नगर पंचायत की बात करें पांच साल नगर पंचायत के पूरे इलाके में विकास की उल्टी गंगा बही। आम जनता की मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, पानी और नाली को उनके बदतर हाल पर छोड़ दिया गया। वार्ड नंबर एक की कहानी कुछ ऐसी है कि लोगों को अब लगने लगा है कि उनके साथ ठगी हो गई। उन्होंने अपना बहुमूल्य वोट को दिया, लेकिन विकास के नाम पर चेयरमैन ने उनसे धोखा किया।
इस वार्ड में आज तक बिजली भी लोगों को मयस्सर नहीं हो पाई। नालियां चोक हो चुकी हैं, पीने का शुद्ध पानी मिलना मुश्किल है, जरुरत मंद एक अदद सरकारी योजना के लिये तरसते रह गया, गरीब को राशन कार्ड के लिये भी चेयरमैन के दफ्तर की परिक्रमा करनी पड़ी, फिर भी सफलता नहीं मिली। हालात ऐसे हो गये हैं कि बभनान नगर पंचायत के गरीब और गरीब होते चले गये और चेयरमैन के करीबी अमीर की श्रेणी में आ गये। नगर पंचायत के विकास के लिये आने वाले बजट की जमकर बंदरबाट की गई, शौचालय के नाम पर भी जिम्मेदारों ने भ्रष्टाचार किया। सार्वजनिक शौचालय बना तो दिये गये मगर वह रखरखाव के अभाव मे बेकार पड़े हैं। वार्डों में विकास को चेयरमैन ने हवा में उड़ा दिया, जिसकी भनक यहां के लोगों को भी नहीं हुई।
BY- SATISH SRIVASTAVA

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