मुकदमें के अनुसार बतादें कि 9 सितंबर 2013 को पीड़ित प्रतियोगी छात्रा की मुलाकात विधायक संजय जायसवाल से हुई थी। उस समय छात्रा नौकरी की जद्दोजहद में तैयारी कर रही थी। संजय ने खुद को विधायक बताया और नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। धीरे-धीरे छात्रा से विधायक ने नजदीकी बढ़ाई और छात्रा को विश्वास में ले लिया। आरोप है कि विधायक अपने साथ छात्रा को दारुलशफा ले गए, जहां उसके साथ उन्होंने रेप किया और उसकी अश्लील फोटो भी अपने मोबाइल में खींच लिए। आरोप है कि नौकरी के नाम पर विधायक छात्रा का शारीरिक शोषण करते रहे और बाद में बात बढ़ने पर विधायक ने छात्रा से शादी का वादा किया। 11 अक्टूबर 2013 को वैवाहिक इकरारनामा हुआ, लेकिन उसके बाद विधायक शादी से मुकर गये।
छात्रा ने जब दबाव बनाया तो उसे पता चला कि विधायक की पहले से ही शादी हो चुकी है। इसी मामले में छात्रा ने लखनऊ जिले के हजरतगंज थाने में विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। एक पत्नी के रहते हुए दूसरा विवाह करने, रेप, धोखाधड़ी आदि की धाराओं में विधायक पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जिसकी पत्रावली अब प्रयागराज स्पेशल कोर्ट में आई हुई है। प्रयागराज की एमपीएमएलए स्पेशल कोर्ट में यह मामला आने के बाद इस पर सुनवाई शुरू हुई, वारंट जारी होने के बाद भी विधायक हाजिर नहीं हुए। इस पर कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए गैर जमानती वारंट व कुर्की जारी किया है और पुलिस को आदेश दिया है कि विधायक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए। गौरतलब है कि पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल पहले कांग्रेस में थे और रेप के मामले में फंसने के बाद जब उनका टिकट कटा तो वह बीजेपी में शामिल हो गए वो इस समय रुधौली सीट से विधायक है। मामले की सुनवाई स्पेशल कोर्ट के जज पवन कुमार तिवारी कर रहे हैं।