गड्ढों की वजह से सड़क पर पानी और कीचड़ भर गया तो उसमें स्थानीय और एनएसयूआई के छात्रों ने धान की रोपाई कर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। जिसकी वजह से आवागमन घण्टों तक प्रभावित रहा। लोगों का कहना है की पिछले पांच साल से सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। कई बार धरना प्रदर्शन करने के बाद भी न तो नेता जागे न ही जिला प्रशासन, जिसकी वजह से मजबूर होकर हमें यह रास्ता अपनाना पड़ा। ताकि हम लोगों की परेशानी शासन तक पहुंच सके।