मामला बस्ती जिले के कुदरहा ब्लॉक के इजरगढ़ गांव का है। गांव निवासी रामेन्द्र सिंह को इस बात का पूरा यकीन था कि गांव में जो सड़क बनायी गयी है उसमें भ्रष्टाचार और घोटाला किया गया है। वह इसकी सच्चाई जनता के सामने लाना चाहता था। इसके लिये उसने सूचना अधिकार अधिनियम यानि आरटीआई का इस्तेमाल का इस्तेमाल करने का फैसला लिया। आरटीआई के तहत वह कुदरहा ब्लॉक पर सूचना की जानकारी लेने पहुंचा। वह जब ब्लॉक से वापस घर आ रहा था तो उसके मुताबिक रास्ते में घात लगाकर प्रधान अपने गुंडों के साथ बैठा था। रामेन्द्र की हॉकी और लाठी-डंडों से पिटायी की गयी। उसे पिस्टल सटाकर आरटीआई वापस न लेने पर जान से मारन की धमकी भी दी गयी, उसने ऐसा दावा किया है।
beaten Brutally” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/08/04/vlcsnap-2019-08-04-15h02m10s158_4930427-m.jpg”> पुलिस को दी गयी अपनी तहरीर में रमेंद्र सिंह ने दावा किया है कि देवाडांड़ मंदिर के नजदीक उनके भाई राजेश सिंह, राजीव सिंह व विमल सिंह ने उसे मारा-पीट। बस्ती के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया है कि रमेन्द्र सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
By Satish Srivastava