scriptएसटीएफ आईजी का दावा, यूपी में 20 साल में सबसे कम अपराध | STF IG Said Very Low Crime in UP During My 20 Year Turn | Patrika News

एसटीएफ आईजी का दावा, यूपी में 20 साल में सबसे कम अपराध

locationबस्तीPublished: Nov 03, 2019 02:37:29 pm

कहा अपने 20 साल के कार्यकाल में नहीं देखा इतना कम अपराध।

IG Amitabh Yash

आईजी अमिताभ यश

बस्ती. सूबे में बढ़ रहे अपराध और आए दिन हो रही हत्याओं और आपराधिक वादरदातों को लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। लेकिन यूपी के एसटीएफ आईजी अमिताभ यश को ऐसा नहीं लगता। उन्होंने यूपी में अपराध बढ़ने की बात को सिरे से नकार दिया है। उनका दावा है कि यूपी में अपराध कम हुआ है। इतना ही नहीं उन्होंने तो यहां तक दावा किया है कि अपनी नौकरी के 20 साल के कार्यकाल में उन्होंने इतना कम अपराध नहीं देखा है। बस्ती में निरिक्षण को गए आईजी यश ने मीडिया के सामने ये दावा किया। यहां बता दें कि बस्ती में अभी पिछले महीने ही भाजपा नेता कबीर तिवारी की गोली मारकर हत्या की गयी है।
बस्ती जिले के नोडल पुलिस ऑफिसर बनाए जाने के बाद जिले में पहुंचे आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने पुलिस लाइंस प्रेक्षागृह में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में क्राइम सिचुएशन का हाल जाना। उन्होंने कहा कि शासन ने उन्हें सिस्टम में कमी देखने के लिये भेजा है। जब मीडिया ने उनसे यूपी में लगातार बढ़ रहे अपराध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह बताने की कोशिश किया कि यूपी में अपराध बहुत कम है। उन्होंने गृह मंत्रालय की उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया जिसमें यूपी में बढ़े अपराध का जिक्र है। कहा कि यहां जनसंख्या ज्यादा है इसलिये अपराध के आंकड़े भी ज्यादा हैं।
राम जन्मभूमि विवाद को लेकर सुपीम कोर्ट के आने वाले फैसले के बाबत सवाल का जवाब देते हुए दावा किया कि पुलिस हर परिस्थिति के लिये तैरूार है। बस्ती में कबीर हत्याकांड में उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर असन्तुष्टता जताते हुए कहा कि एसपी इसकी समीक्षा करके जरूरी कार्रवाई करेंगे। आईजी ने बताया कि गैर जिले का अपराधी अगर पकड़ा जाता है तो उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने का निर्देश दिया गया है। सीएम योगी की मंशा अपराध को जड़ से खत्म करने की है। इस दौरान उन्होंने बस्ती जेल में क्षमता से अधिक कैदियों के होने पर चिंता जताते हुए कहा कि जेलों का इंफ्रास्ट्रक्चर र्ठीक किया जाएगा। बता दें कि बस्ती जेल की क्षमता 480 है जबकि वहां 1200 कैदी बंद हैं।
By Satish Sristava

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