बस्ती जिले के नोडल पुलिस ऑफिसर बनाए जाने के बाद जिले में पहुंचे आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने पुलिस लाइंस प्रेक्षागृह में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में क्राइम सिचुएशन का हाल जाना। उन्होंने कहा कि शासन ने उन्हें सिस्टम में कमी देखने के लिये भेजा है। जब मीडिया ने उनसे यूपी में लगातार बढ़ रहे अपराध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह बताने की कोशिश किया कि यूपी में अपराध बहुत कम है। उन्होंने गृह मंत्रालय की उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया जिसमें यूपी में बढ़े अपराध का जिक्र है। कहा कि यहां जनसंख्या ज्यादा है इसलिये अपराध के आंकड़े भी ज्यादा हैं।
राम जन्मभूमि विवाद को लेकर सुपीम कोर्ट के आने वाले फैसले के बाबत सवाल का जवाब देते हुए दावा किया कि पुलिस हर परिस्थिति के लिये तैरूार है। बस्ती में कबीर हत्याकांड में उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर असन्तुष्टता जताते हुए कहा कि एसपी इसकी समीक्षा करके जरूरी कार्रवाई करेंगे। आईजी ने बताया कि गैर जिले का अपराधी अगर पकड़ा जाता है तो उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने का निर्देश दिया गया है। सीएम योगी की मंशा अपराध को जड़ से खत्म करने की है। इस दौरान उन्होंने बस्ती जेल में क्षमता से अधिक कैदियों के होने पर चिंता जताते हुए कहा कि जेलों का इंफ्रास्ट्रक्चर र्ठीक किया जाएगा। बता दें कि बस्ती जेल की क्षमता 480 है जबकि वहां 1200 कैदी बंद हैं।
By Satish Sristava