बताया जाता है कि गांव में राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की जमीन को जालसाजों ने तीन बार बेचा। तीसरा खरीददार जमीन पर कब्जा कर चहारदीवारी का निर्माण कराने के लिए जेसीबी लेकर पहुंच गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। किसी ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने यथास्थिति बनाए रखने को कहा। दरअसल ट्रस्ट की जमीन पर दलित बस्ती बसी हुई है। लोगों का आरोप है कि उक्त भूमि को फर्जी तरीके से बेचा गया है। जिसके बाद अब दर्जनों दलित परिवारों के आशियाने पर संकट के बादल छा गए हैं।
खुले आसमान तले आ जाएंगे परिवार भूमि पर क्रेता ने कब्जा किया, तो दर्जनों परिवारों के समक्ष सिर ढंकने का संकट उत्पन्न हो जाएगा। यह परिवार खुले आसमान के नीचे आ जाएंगे। आरोपों के अनुसार जमीन बेचने वाले ने ट्रस्ट की जमीन को खुद का बताया और उसे बेच दिया। पीड़ित दलित परिवारो के मुताबिक चौकडी ग्राम सभा मे बहुत पुराना राम जानकी मन्दिर है, जिसकी जमीन ट्रस्ट के नाम से थी। एक व्यक्ति ने उक्त जमीन फर्जी तरीके से अपने नाम करा ली। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने एसडीएम हरैया से करते हुए पूरे प्रकरण से अवगत कराया था।
एसडीएम बोले, कराई जा रही जांच इस सम्बंध में एसडीएम दिनेश कुमार ने कहा कि कुछ लोग इस मामले को लेकर उनसे मिले थे, प्रकरण संज्ञान में है। उन्होंने कहा कि प्रकरण की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट मिलने पर उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
By: सतीश श्रीवास्तव