जमुनीजोत गांव निवासी रामपाल की तीस वर्षीय पत्नी मैना देवी रविवार की दोपहर करीब बारह बजे खाना खा कर अपने सात वर्षीय पुत्री चांदनी, पल्लवी पांच वर्ष एंव एक वर्षीय पुत्र प्रेम के साथ कमरे में आराम करने जा रही थी। कमरे में पंहुचकर मैना देवी अपने एक वर्षीय बेटे प्रेम को गोद में लेकर टेबल फैन पंखे का प्लग बोर्ड मे लगा रही थी। अचानक करंट की चपेट में आ गई। मां को तड़पता देख दोनों बिटिया चांदनी और पल्लवी मां को छुड़ाने लगी, जिससे चारों करंट की चपेट में आकर गम्भीर रूप से घायल हो गये। मौके पर मौजूद परिजन इलाज के लिए बहादुरपुर सीएचसी लेकर गये जहा चिकित्सक ने मैना देवी, चांदनी एवं बेटे प्रेम को मृत घोषित कर दिया। जबकि पल्लवी का इलाज विशेषरगंज कस्बे मे निजी चिकित्सक के अस्पताल पर चल रहा है, जहां उसकी हालत बेहद ही नाजुक बताई जा रही है।
तीन मौतों की पुष्टि
पूरी घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने घटना में हुए मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि घटना बेहद दर्दनाक थी जिसमें 3 की तो मौत मौके पर ही हो गई और घायल बच्ची का इलाज चल रहा है।